अधिकतम उपज एवं न्यूनतम रोग-कीट के लिए आम के बागों की कटाई छंटाई अनिवार्य
अधिकतम उपज एवं न्यूनतम रोग-कीट के लिए आम के बागों की कटाई छंटाई अनिवार्य

अधिकतम उपज एवं न्यूनतम रोग-कीट के लिए आम के बागों की कटाई छंटाई अनिवार्य

प्रोफेसर (डॉ ) एसके सिंह
सह निदेशक अनुसंधान
विभागाध्यक्ष, पौधा रोग विभाग
प्रधान अन्वेषक, अखिल भारतीय समन्वित फल अनुसंधान परियोजना  एवम् 
डॉ राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर बिहार

फलों की तुड़ाई के उपरांत बागों का प्रबंधन कैसे किया जाय, यह एक महत्त्व पूर्ण प्रश्नं है। क्योकि अभी किया हुआ बाग का प्रबंधन ही निर्धारित करेगा की अगले साल पेड़ पर कितने फल लगेंगे तथा उनकी गुणवक्ता कैसी होगी।आम की खेती की लाभप्रदता मुख्य रूप से समय पर बाग में किये जाने वाले विभिन्न कृषि कार्यो  पर निर्भर करती है। एक भी कृषि कार्य या गतिविधि में देरी से बागवान  को भारी नुकसान होता है और लाभहीन उद्यम हो कर रह जाता है।

इसलिए इस समय यक्ष प्रश्न यह है की फल की तुड़ाई के बाद से लेकर मंजर आने तक क्या किया जाना चाहिए। इन सिफारिशों को अपनाने से निश्चित रूप से फल उत्पादकों को अपनी उत्पादों की उत्पादकता, गुणवत्ता के साथ-साथ शुद्ध रिटर्न में वृद्धि करने में मदद मिलेगी।

फलों की तुड़ाई के बाद कटाई छंटाई करना अनिवार्य
फलों की तुड़ाई के बाद, खेत की अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए। रोगग्रस्त ,सुखी टहनियों की करें कटाई छंटाई एवं यदि संभव हो तो पेड़ का आकार छाते जैसा रक्खे। विगत दो सालों से देखा जा रहा है की वातावरण में अत्यधिक नमी एवं अत्बधिक बरसात की वजह से आम के बागवान को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, इसकी कई वजहों में से एक वजह यह है की कई बागो में सूर्य की किरणे जमीन की सतह तक नही पहुंच पा रही है। बाग बहुत घने हो गए है। अतः पेड़ की कुछ डालियों को काट कर इस तरह से बनाए की सूर्य की किरणे समान रूप से सभी टहनियों पर पड़े एवं बाग़ में जमींन तक पहुचे। उत्तर प्रदेश एवं बिहार के अधिकांश किसान बागों की कटाई छंटाई नही करते है। अक्सर देखा जाता है की अधिक टहनियों के निकलने की वजह से एवं एक दूसरे के ऊपर चढ़े होने की वजह से पेड़ का छत्रप इतना घना हो जाता है की सूर्य की किरणे  भी आर पार मुश्किल से हो पाती  है। एसी अवस्था में आवश्यक है की बीच बीच की टहनियों को निकाल दे,जिससे की रोशनी आसानी से आर पार हो सके। ऐसा करने से बाग में अत्यधिक नमी नही बनाने पति हैं।लगभग 30 से 35 डिग्री का तापक्रम एवं 80 प्रतिशत से अधिक नमी अधिकांश रोग एवं कीटो के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है। सुखी, रोगग्रस्त एवं कीटग्रस्त टहनियों की कटाई छंटाई की वजह से बाग में रोगों के निवेशद्रव्य(Inoculum) एवं कीटो की संख्या में भारी कमी आती है,बाग से रोग एवं कीटो की जनसंख्या में भी भारी कमी आती है।जिसकी वजह से फसल सुरक्षा पर किए जाने वाले व्यय में भी भारी कमी आती है।कटाई छंटाई करने से अधिक मंजर भी आते है ,फल गुणवक्त्ता युक्त होते है।

उपरोक्त लाभ के देखते हुए किसानों को सलाह दिया जाता है की खाद एवं उर्वरक का प्रयोग करने से पूर्व बागों की कटाई छंटाई अवश्य करें।

आम के पेड़ की देखभाल और प्रबंधन में छंटाई एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह एक मजबूत और स्वस्थ वृक्ष संरचना बनाने में मदद करता है, फलों की गुणवत्ता में सुधार करता है, कीटों और बीमारियों का प्रबंधन करता है और बेहतर समग्र उत्पादकता सुनिश्चित करता है। आम की सफल खेती के लिए विभिन्न प्रकार की छंटाई को समझना और उचित तकनीकों को अपनाना महत्वपूर्ण है। अच्छी छंटाई प्रथाओं का पालन करके, बागवान साल-दर-साल स्वादिष्ट आमों की भरपूर फसल का आनंद ले सकते हैं।