Moringa (Drumstick/मोरिंगा)
Basic Info
सहजन (Moringa Tree) वानस्पतिक नाम : "मोरिंगा ओलिफेरा" (Moringa oleifera) ) एक एक बहुत उपयोगी पेड़ है। इसे हिन्दी में सहजना, सुजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से भी जाना जाता है। इस पेड़ के विभिन्न भाग अनेकानेक पोषक तत्वों से भरपूर पाये गये हैं इसलिये इसके विभिन्न भागों का विविध प्रकार से उपयोग किया जाता है। सहजन का उपयोग आज के समय में भोजन, दवा, पशुचारा आदि कार्यों में किया जाता है | सहजन में प्रचुर मात्रा में विटामिन एवं पोषक तत्व पाये जाते हैं | सहजन का फुल, फल और पत्तियों का भोजन के रूप में व्यवहार होता है | इसकी छाल, पत्ती, बीज, गोंद, जड़ आदि से आयुर्वेदिक दवाएँ तैयार की जाती है | इतना ही नहीं, सहजन के पत्ती मवेशियों के चारा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है |
Frequently Asked Questions
Q1: आप मोरिंगा की खेती कैसे करते हैं?
Ans:
मोरिंगा की खेती के लिए हल्की और रेतीली मिट्टी वाला क्षेत्र चुनें, मिट्टी या पानी से भरा हुआ क्षेत्र न हो। पेड़ लगा ने के लिए 1 फीट गहरा और 1 फीट वर्गाकार गढ़ा खोदे। ढीली मिट्टी के साथ छिद्रों को वापस भरें। खाद भी डाले, खाद पेड़ को बेहतर बढ़ने में मदद करेगा, भले ही मोरिंगा के पेड़ खराब मिट्टी में बढ़ सकते हैं।Q3: मोरिंगा के पेड़ के लिए सबसे अच्छा उर्वरक क्या है?
Ans:
मोरिंगा के पेड़ों को आमतौर पर किसी भी प्रकार के उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अगर आपको थोड़ी अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है, तो फॉस्फोरस जड़ विकास में सहायता करेगा, और थोड़ा देशी गोबर का खाद डाल सकते हो। और पत्ती वृद्धि के साथ नाइट्रोजन मदद करेगा। अमोनियम सल्फेट भी आपके पेड़ को बढ़ने में मदद कर सकता है। पानी के साथ उदार रहें, लेकिन बहुत ज्यादा पानी न डालें।