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Giloy ( गिलोय)

Basic Info

गिलोय (Giloy) एक दिव्य औषधि है, जिसे लाखों लोगों ने उपयोग में ला कर कई बिमारियों से छुटकारा पाया है। गिलोय देखने में लगभग पान के पत्ते की तरह होती है। यह लता के रूप में उगती है और बढती है। गिलोय के पत्ते पतले, हरे और दिल आकर के होते हैं। गिलोय के पीछे एक कहानी है जो इस प्रकार है : जब समुद्र मंथन हुआ तो उससे से अनेक चिजे निकली, जिसमे से की अमृत बहुत ही मूल्यवान थी जो की देवताओं को प्राप्त हुई। परन्तु दानवों ने छल से अमृत प्राप्त कर भागने लगे। भागने के क्रम में जहाँ जहाँ अमृत की बुँदे पृथ्वी पर गिरी, वहां वहां गिलोय पौधे के रूप में प्रकट हुआ, इसलिए इसे अमृत वल्ली भी बोला जाता है।
• गुडूची (Guduchi)
• अमृत वल्ली (Amrit Walli)
• मधुपर्णी (Madhuparni)
इसे मराठी (marathi) में गलो भी बोलते हैं।

Frequently Asked Questions

Q1: भारत में गिलोय कहाँ उगाया जाता है?

Ans:

यह संयंत्र भारत के पूरे उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में होता है जो कुमाऊं से असम और म्यांमार, बिहार, कोंकण से श्रीलंका तक फैला हुआ है।

Q3: गिलोय को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?

Ans:

टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया, जिसे आम नामों से जाना जाता है, जिसे गुरजो, दिल से छलनी, गुदुची, और गिलोय, कहा जाता है, यह भारतीय उपमहाद्वीप के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के लिए परिवार के मेनिस्पेरमेसी का एक शाकाहारी बेल है।

Q2: गिलोय के फायदे क्या हैं?

Ans:

गिलोय शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है, रक्त को शुद्ध करता है और बैक्टीरिया से लड़ता है। यह लीवर की बीमारी वाले लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। यह प्रकृति में ज्वरनाशक है, जिसका अर्थ है कि यह बुखार को कम कर सकता है और डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया जैसे जानलेवा बुखार के लक्षणों को कम कर सकता है।

Q4: क्या गिलोय में फूल होते हैं?

Ans:

यह पतले, बड़े और बड़े पैमाने पर फैलने वाली झाड़ी है जिसमें कई लम्बी टहनियाँ और विशिष्ट हरे पीले फूल होते हैं। गिलोय में एकात्मक गिलोय फूल, नर फूल गुच्छेदार और मादा फूल एकान्त में होते हैं।