Celery (अजवाइन)
Basic Info
अजवाइन जड़ी बूटी वाली किस्म का पौधा है। जिसे प्राचीन काल से सब्जी के रूप में उगाया जाता है। अजवाइन की पत्तियों में लंबा रेशेदार डंठल होता है। स्थान और कल्टीवेटर के आधार पर, इसके डंठल, पत्ते या हाइपोकोटिल को खाना पकाने में उपयोग किया जाता है। अजवाइन के बीज का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है और इसके अर्क का उपयोग हर्बल औषधि में किया गया है। सैलेरी का प्रयोग जोड़ों के दर्द, सिर दर्द, घबराहट, गठिया, भर काम करने, खून साफ करने आदि के लिए किया जाता है| इसमें विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी 6, फोलेट और पोटाशियम भारी मात्रा में पाया जाता है। यह ज्यादातर मेडिटेरेनियन क्षेत्रों में, दक्ष्णि एशिया इलाकों में, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के दलदली क्षेत्रों में और भारत के कुछ क्षेत्रों में पायी जाती है। पश्चमी उत्तर प्रदेश में लाडवा और सहारनपुर जिलें, हरियाणा और पंजाब के अमृतसर, गुरदासपुर और जालंधर जिलें मुख्य सैलेरी उगाने वाले क्षेत्र है|