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Turnip (शलजम)

Basic Info

शलजम एक जड़ वाली मूल फसल है। इसकी जड़ मोटी होती है, जिसकी सब्जी बनाई जाती है। यह पृथ्वी के लगभग सभी भागों में उगाया जाता है। शलजम विटामिन और खनिज का स्रोत है। इसका वनस्पति भाग पशुओं के लिए पौष्टिक आहार है। शलजम का अचार, सलाद तथा सब्जी के रूप में अधिक प्रयोग करते हैं। बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और तामिलनाडू आदि भारत के मुख्य शलजम  उत्पादक राज्य हैं।

Frequently Asked Questions

Q1: शलजम किस मौसम की फसल है?

Ans:

आप जानते है शलजम एक ठंडी मौसम की फसल है जो साग और जड़ों दोनों के लिए उगाई जाती है। गर्म मौसम के कारण जड़ें जंगली हो जाती हैं, इसलिए आंशिक छाया में बढ़ने से फसल का विस्तार करने में मदद मिलेगी।

Q3: शलजम हमारे स्वाथ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक होता हैं?

Ans:

आप जानते है शलजम में सभी सब्जियों की तरह, संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल  कम होता है। शलजम विटामिन बी 6, फोलेट, कैल्शियम, पोटेशियम और तांबे का एक अच्छा स्रोत हैं। आहार फाइबर, विटामिन सी, और मैंगनीज का बहुत अच्छा स्रोत। शलजम का साग एक सुपर फूड है और पोषक तत्वों से भरपूर है।

Q5: शलजम की खेती के लिए किस प्रकार की मिट्टी उपयुक्त होती हैं?

Ans:

अच्छी उपज के लिए भुरभुरी और जीवांशयुक्त उपजाऊ दोमट और हल्की रेतीली मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है| अच्छी जड़ वृद्धि के लिए शलजम को ढीली, अच्छी तरह से वातित मिट्टी की आवश्यकता होती है।

Q2: शलजम के साथ कौन कौन सी फसलें नहीं लगाई जा सकती है?

Ans:

आप जानते है शलजम अन्य जड़े वाली फसलें जैसे कि पार्सनिप, गाजर, आलू, या बीट के पास नहीं लगाई जा सकती क्योंकि ये मिट्टी में समान पोषक तत्वों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं।

Q4: शलजम की खेती को पानी की आवश्यकता कितनी होती है?

Ans:

आप जानते है शलजम को अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं है, लेकिन लगातार मिट्टी की नमी महत्वपूर्ण है। मिट्टी को हल्के से नम रखने के लिए नियमित रूप से पानी; 1 इंच प्रति सप्ताह जड़ों को सख्त और कड़वा होने से रोकना चाहिए।

Q6: शलजम भारत में अधिकत्तर कहां उगाया जाता है?

Ans:

यह भारत के समशीतोष्ण, उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है। बिहार, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु भारत में शलजम उगाने वाले प्रमुख राज्य हैं।