Lettuce (सलाद)
Basic Info
सलाद पत्ते को इंग्लिश में Lettuce कहते है आप इसे लेट्टस या लेटस बोल सकते हैं ।यह अक्सर पत्ती की सब्जी के रूप में उगाया जाता है, लेकिन कभी-कभी इसके तने और बीज के लिए भी उगाया जाता है। सलाद का उपयोग सलाद के लिए सबसे अधिक किया जाता है, हालांकि यह अन्य प्रकार के भोजन, जैसे सूप, सैंडविच और रैप्स में भी देखा जाता है। यह विटामिन के और क्लोरोफिल का अच्छा स्त्रोत है। लैटस की विभिन्न किस्मों में से गुच्छेदार पत्तों को सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें लोहा, विटामिन ए और सी उचित मात्रा में होते हैं। विश्व में चीन लैटस का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
Frequently Asked Questions
Q1: सलाद के लिए कौन सा मौसम उपयुक्त होता है?
Ans:
आप जानते है सलाद ठंड की मौसम की फसल है जो वसंत में सबसे अच्छी तरह से बढ़ती है।Q3: सलाद को कितनी बार पानी की आवश्यकता होती हैं ?
Ans:
आप जानते है सलाद को दैनिक नहीं बल्कि सप्ताह में लगभग दो बार, या हर चार या पांच दिनों में एक बार पानी की आवश्यकता होती है, सलाद की बढ़ती अवस्था में पानी की आवश्यकता बढ़ जाती हैं।
Q5: सलाद स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक है?
Ans:
सलाद में कैलोरी, वसा और सोडियम कम होता है। यह फाइबर, आयरन, फोलेट और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है। लेट्यूस कई अन्य स्वास्थ्य-लाभकारी बायोएक्टिव यौगिकों का भी एक अच्छा स्रोत है।
Q7: क्या भारत में सलाद पत्ता महंगा है?
Ans:
भारत में लेट्यूस का अधिकांश उत्पादन दक्षिण से होता है। इसलिए, यह सुपरमार्केट में उच्च कीमतों पर बेचता है और स्थानीय बाजारों में आसानी से नहीं देखा जाता है।
Q2: सलाद को बढ़ने में कितना समय लगता है?
Ans:
आप जानते है सलाद एक हरा पत्तेदार वाला पौधा होता है यह 30 दिनों में परिपक्व हो जाता है और फिर इसकी कटाई की जा सकती है। सलाद को को पूर्ण फसल होने में 6 से 8 सप्ताह लगते है।Q4: सलाद की खेती की शुरुआत सर्वप्रथम कहां से हुई ?
Ans:
आप जानते है सलाद मूल रूप से प्राचीन मिस्र के लोगों द्वारा खेती की गई थी, जिन्होंने इसे एक पौधे से बदल दिया था, जिसके बीजों का उपयोग इसके रसीले पत्तों और तेल से समृद्ध बीजों के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य फसल में तेल बनाने के लिए किया जाता था।Q6: भारत में लेट्यूस की खेती किस प्रकार लाभदायक है?
Ans:
उचित व्यवसाय योजना और कृषि प्रबंधन प्रथाएँ लेट्यूस की खेती को सफल व्यावसायिक व्यवसाय बनाती हैं। भारत में आहार में इसके मूल्य के कारण बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। बाजार की उच्च मांग और बढ़ती अंतरराष्ट्रीय खाद्य श्रृंखलाओं के कारण सलाद की खेती में अच्छा मुनाफा मिल सकता है।