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Tapioca (टैपिओका)

Basic Info

भारत में मुख्यतः “टपिओका” (Manihot esculenta) नामक कंद से प्राप्त होने वाले स्टार्च से साबूदाना बनाया जाता है, टपिओका को कसावा भी कहते हैं। बल्कि शायद यह कहना बेहतर होगा कि कसावा के पौधे से टपिओका उत्पन्न होता है। यह दक्षिण अमरीकी मूल का है और पश्चिम द्वीप समूहों के अतिरिक्त भारत तथा अन्य देशों में भी बहुतायत से पैदा किया जाता है। वास्तव में टपिओका करोड़ों लोगों के लिए भोजन का प्राथमिक स्रोत है क्योंकि इसके पौधे अनुपजाऊ भूमि में तथा अल्प वर्षा वाले जगहों में भी आसानी से पनपते हैं। टैपिओका या कसावा एक कन्द वाली फसल की श्रेणी में आती है। इसकी जड़ों में स्टार्च की भारी मात्रा होती है, जिसे साबूदाना बनाने में उपयोग किया जाता है। इसकी खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु की जरुरत होती है। भारत में इसकी ज्यादातर खेती केरल, तामिलनाडू और आन्ध्र प्रदेश में होती है।

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