गेहूं की इस किस्म की पैदावार देखकर रह जायेंगे हैरान, मात्र 5 किलो प्रति एकड़ बीज से मिलती है 40 क्विंटल पैदावार
गेहूं की इस किस्म की पैदावार देखकर रह जायेंगे हैरान, मात्र 5 किलो प्रति एकड़ बीज से मिलती है 40 क्विंटल पैदावार
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यह बात तो आप सालों से सुनते आ रहे हैं कि खेती घाटे का सौदा है, लेकिन अब यह बीते दिनों की बात होने जा रही है। अधिकतर देखा जाता है कि किसान खेती के अलावा अन्य विकल्प तलाश रहे हैं। लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जो खेती में नए-नए प्रयास कर कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। अब किसानों को ऐसी वैरायटी मिलने वाली है। जिससे किसानों की आय दोगुनी हो जायेगी।

जी हां, इस खबर में हम आपको गेहूं की एक ऐसी बेहतरीन किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। दरअसल, राजस्थान के एक किसान ने अपने खेत में गेहूं की इस किस्म को बोया और इसकी पैदावार देखकर दूसरे किसान भी हैरान रह गए। आपको बता दें कि गेहूं की इस नई किस्म से किसान को प्रति एकड़ 40 क्विंटल की उपज प्राप्त हुई है। तो आइए जानते हैं कि यह गेहूं की कौन सी किस्म है।

इस खबर में हम आपको गेहूं की एक ऐसी बेहतरीन किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। दरअसल, राजस्थान के एक किसान ने अपने खेत में गेहूं की इस किस्म को बोया और इसकी पैदावार देखकर किसान भी हैरान रह गया।

हम बात कर रहे हैं राजस्थान के भरतपुर जिले के किसान दिनेशचंद तेंगुरिया की। जिसने पहली बार इजराइली गेहूं बोया और नतीजे चौंकाने वाले रहे। किसान दिनेश चंद ने बताया कि इजराइली गेहूं की खेती के लिए प्रति एकड़ 5 किलो बीज की आवश्यकता होती है। जबकि, इसकी पैदावार प्रति एकड़ 40 क्विंटल तक होती है। इसका दाना गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में अधिक मोटा और भारी होता है।

किसान दिनेशचंद अपने गांव पिपला में इजराइली गेहूं की खेती कर रहे हैं. जिससे उन्हें कम लागत में बंपर आमदनी हो रही है. हालाँकि, पहले वह अन्य किसानों की तरह गाँव में पारंपरिक विधि से सरसों और अन्य फसलों की खेती करते थे। इससे उन्हें उतना फायदा नहीं मिल पाता था। कभी-कभी तो लागत निकालना भी मुश्किल हो जाता था। लेकिन, इजरायली गेहूं की खेती के आगमन के साथ उनकी किस्मत बदल गई।

यह अनोखा बीज इजराइल से लाया गया था
भरतपुर के एक किसान ने अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से इजरायली गेहूं के बीज का ऑर्डर दिया। एक बीघे जमीन में विदेशी गेहूं की फसल उगाई। इजराइली गेहूं की बालियां अन्य गेहूं की बालियों से तीन गुना बड़ी होती हैं। यह देखकर आसपास के किसानों के साथ-साथ कृषि अधिकारी भी हैरान हैं। किसान दिनेश चंद तेनगुरिया ने बताया कि हमारे रिश्तेदार हैं जो विदेश जाते रहते हैं। उनसे ही 700 रुपये की कीमत पर 10 किलो इजराइली गेहूं खरीदा गया था।

इसे हर मिट्टी में उगाया जा सकता है
इस बीज की एक खासियत है। गेहूं की इस अन्य किस्म की बालियों की लंबाई 4 से 5 इंच होती है। जबकि इजराइली गेहूं की बाली की लंबाई 8 से 12 इंच होती है। गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में यह तीन गुना मुनाफा देता है। देश के किसान विभिन्न कंपनियों के बीज अपना रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें मुनाफा नहीं मिल रहा है। किसान ने बताया कि हमने करीब एक बीघे जमीन में इजराइली गेहूं की खेती करने की कोशिश की है। इज़राइली गेहूं सभी प्रकार की मिट्टी में उग सकता है। यह 150 दिन की फसल है। 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक लगाया जा सकता है।

इजराइली गेहूं की खेती
दिनेश चंद ने बताया कि इजराइली गेहूं की बुआई के 20 दिन बाद पहली सिंचाई की जाती है। इसकी खेती के लिए एक एकड़ में 5 किलो बीज की आवश्यकता होती है। जबकि, प्रति एकड़ इसकी पैदावार 40 क्विंटल होती है। इसका दाना बहुत मोटा और भारी होता है। अगर स्वाद की बात करें तो ये इसमें भी बढ़िया है। खास बात यह है कि दिनेश चंद ने केवल जैविक खाद का ही उपयोग किया है।