बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की बढ़ गई परेशानी, फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की बढ़ गई परेशानी, फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
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देश में पिछले कुछ दिनों से कई राज्यों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई। बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है, इस वजह से किसानों की मुसीबतें बढ़ी है। उत्तर भारत में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें खेतों में ही बर्बाद हो गई हैं. गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का, मूंग, आम, नींबू, प्याज, कपास, मिर्च, केला, हल्दी और सब्जियों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। देश के कई हिस्सों में आंधी-तूफान के कारण आम के पेड़ गिर गये हैं। जिसके कारण इस वर्ष आम के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

दरअसल, इन दिनों जिस तरह से मौसम बदल रहा है, बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। दिन-रात मेहनत कर खेतों में फसल उगाने वाले किसानों के माथे पर अब चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं।

मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश से फसलों को हुआ काफी नुकसान

मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई हैं। अलग-अलग इलाकों में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं। प्रदेश की राजधानी में देर रात झमाझम बारिश हुई। इस बारिश से जहां आम जनता को गर्मी से राहत मिली, वहीं किसानों की टेंशन बढ़ गई है।

दरअसल, बादलों की आवाजाही बनी हुई है और दिन का मौसम सुहावना बना हुआ है। वहीं, रात में बारिश से पारा गिरने से गर्मी से राहत मिली है। हालाँकि, इस समय राज्य में नई फसल की कटाई हो रही है और राज्य में गेहूं की खरीद चल रही है। इस बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही सब्जियों पर भी असर पड़ रहा है।

मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के जावर और डोडी गांव में भारी ओलावृष्टि हुई. सड़कों पर ओलों की सफेद चादर बिछ गई। सीहोर में भारी बारिश और ओलावृष्टि से प्याज, मूंग, आम और नींबू की फसल को काफी नुकसान हुआ है।

महाराष्ट्र में बारिश और ओलावृष्टि का कहर बरपा

महाराष्ट्र के कई जिलों में बेमौसम बारिश और तेज हवा के साथ ओले गिरने से तैयार फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य के 11 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। जिसके कारण 50,000 हेक्टेयर भूमि पर फैली ज्वार, गेहूं, आम, संतरा, केला और रबी की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास विभाग ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है।

महाराष्ट्र के संभाजी नगर के सिल्लोड तालुका में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेने के लिए मंत्री अब्दुल सत्तार ने रविवार को किसानों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि सरकार उनके नुकसान की भरपाई जरूर करेगी। सिल्लोड में मक्का, बाजरा, ज्वार, प्याज, कपास, मिर्च और आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है।

महाराष्ट्र के नांदेड़ के नीमगांव, खैरगांव, कारवाड़ी, पारडी आदि गांवों में तूफान और बारिश से केला, आम, चीकू, हल्दी और ज्वार की फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि लगातार बारिश के कारण हल्दी में फफूंद लग गयी है।  वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य भर में बेमौसम बारिश का पंचनामा करने का आदेश दिया है।

हरियाणा में भी बेमौसम बारिश ने काफी तबाही मचाई

हरियाणा में मौसम ने करवट ली है, हरियाणा के कई जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे बदलते मौसम का असर किसानों की मेहनत पर देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार, मौसम में अचानक बदलाव के कारण भारी बारिश और ओलावृष्टि से पकी हुई फसलों को नुकसान होने की संभावना है, जिसके कारण मौसम में बदलाव के कारण किसान चिंतित हैं।

हरियाणा में भी बेमौसम बारिश ने काफी तबाही मचाई है। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को 20 से 25 फीसदी नुकसान हुआ है। वहीं, सोनीपत की अनाज मंडी में खुले में रखा गेहूं भी बारिश के कारण खराब हो गया है, जिससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। अनाज मंडी के चेयरमैन का कहना है कि वह घाटे को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।