सटीक खेती: कम खर्च, ज़्यादा पैदावार की नई तकनीक

सटीक खेती: कम खर्च, ज़्यादा पैदावार की नई तकनीक
News Banner Image

Kisaan Helpline

Agriculture Dec 01, 2025

भारत में खेती अब तेजी से आधुनिक हो रही है और इसी बदलाव के साथ एक नई तकनीक किसानों के बीच चर्चा में है—सटीक खेती (Precision Farming)। यह तकनीक खेत के हर हिस्से की ज़रूरत को समझकर उसी के अनुसार पानी, खाद और दवाइयों का सही और सटीक उपयोग करवाती है।

नीचे पढ़िए—सटीक खेती आखिर है क्या, कैसे काम करती है और किसानों को इससे क्या बड़ा फायदा मिलता है


सटीक खेती क्या होती है?

सटीक खेती में खेत की मिट्टी, नमी, पोषक तत्व और फसल की स्थिति को समझकर सही समय पर सही मात्रा में इनपुट (खाद-पानी-दवाई) दिया जाता है।
इससे खेत में बर्बादी कम होती है और पैदावार बढ़ती है।


सटीक खेती में किन-किन तकनीकों का उपयोग होता है?

GPS और GIS मैपिंग

खेत की सही मैपिंग और रास्ते की सटीक जानकारी देता है।

सेंसर तकनीक

मिट्टी की नमी, खाद की ज़रूरत और pH की जानकारी रियल-टाइम में मिलती है।

ड्रोन और सैटेलाइट तकनीक

ऊपर से खेत की तस्वीरें लेकर कीट, रोग या पोषण की कमी का जल्दी पता चलता है।

AI और मशीन लर्निंग

डेटा का विश्लेषण करके बताता है कि कहाँ कितनी खाद, पानी या दवाई डाली जाए।


किसानों को सटीक खेती से क्या लाभ होता है?

 1. लागत में 30–40% तक की बचत

बेकार में खाद, दवा या पानी डालने की ज़रूरत नहीं होती।

2. पैदावार में 20–50% तक बढ़ोतरी

फसल को सही समय पर सही पोषण मिलता है।

3. फसल में रोग-कीट का समय रहते पता

ड्रोन और सेंसर से बीमारी जल्दी दिखाई देती है।

4. मौसम और मिट्टी की सटीक जानकारी

किसान मौसम और खेत की हालत देखकर सही निर्णय ले पाते हैं।

5. खेती होती है टिकाऊ और सुरक्षित

मिट्टी और पानी को नुकसान भी कम होता है।

 

सटीक खेती आने वाले समय की स्मार्ट कृषि है। इससे किसान कम खर्च में ज़्यादा और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन कर सकते हैं। आधुनिक तकनीक जैसे ड्रोन, सेंसर और AI धीरे-धीरे भारत की खेती का चेहरा बदल रहे हैं। अगर किसान इसे अपनाते हैं, तो भविष्य में खेती और भी आसान, लाभदायक और सुरक्षित बन सकती है।

ऐसी ही अहम कृषि खबरों और खेती से जुड़ी सरल जानकारी के लिए जुड़े रहिए — Kisaan Helpline के साथ! 


Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.

© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline