मौसम के आधार पर पूसा के कृषि वैज्ञानिकों ने जारी की एडवाइजरी, किसान भाई रखे इन बातों का विशेष ध्यान
मौसम के आधार पर पूसा के कृषि वैज्ञानिकों ने जारी की एडवाइजरी, किसान भाई रखे इन बातों का विशेष ध्यान
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कृषि सलाह भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बारिश की चेतावनी जारी करने के बाद कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की ही है, वैज्ञानिकों ने सलाह दी हैं की पिछले सप्ताह के दौरान बारिश और अगले पांच दिनों के दौरान बारिश के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, किसानों को सिंचाई के साथ-साथ किसी भी प्रकार के स्प्रे से बचें। किसानों को बारिश और हवा से होने वाले नुकसान से बचने के लिए सभी कटी हुई फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें।

ग्रीष्मकालीन मुंग की खेती के लिए विशेष सलाह

अगर कोई किसान ग्रीष्मकालीन मुंग की खेती करना चाहता है तो उसे मूंग की बुवाई शुरू करने की सलाह दी जाती है। किसान मूंग की इन उपयुक्त किस्म पूसा विशाल, पूसा रत्न, पूसा 5931, पूसा बैसाखी, पीडीएम-11, एसएमएल-32, एसएमएल-668, सम्राट की बुवाई कर सकते है। बीज बुवाई से पूर्व इजोबियम कल्चर के साथ-साथ फास्फोरस घुलनशील बैक्टीरिया के साथ बीज उपचार करें और इष्टतम अंकुरण के लिए बुवाई से पहले उचित नमी सुनिश्चित करें।

चूर्णिल आसिता रोग का नियंत्रण करें इन फसलों पर

वर्तमान समय का जो तापमान है इस तापमान में कद्दू वर्गीय फसलों और पछेती मटर की फसल में चूर्णिल आसिता रोग (Powdery Mildew) का प्रकोप अधिक लगता है। इस रोग के लक्षण दिखाई देने पर कार्बेन्डाजिम 1.0 ग्राम प्रति लीटर की दर से आसमान साफ रहने पर छिड़काव करें। साथ ही 20-25 दिन पुरानी कद्दू वर्गीय फसल में 10-15 ग्राम यूरिया/पौधा डालने की सलाह दी जाती है।

प्याज में थ्रिप्स और बैंगनी धब्बे के संक्रमण की करें रोकथाम

वर्तमान मौसम की स्थिति में समय पर बोई गई प्याज की फसल में थ्रिप्स के आक्रमण की सतत निगरानी की जानी चाहिए। बीज वाली प्याज की फसल में बैंगनी धब्बे के संक्रमण की निगरानी भी करनी चाहिए। यदि जनसंख्या अधिक हो तो आसमान साफ रहने पर आवश्यकता अनुसार डाइथेन एम-45 @ 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में चिपचिपे पदार्थ (टिपोल 1.0 ग्राम/लीटर) का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है।