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 “आत्मनिर्भर भारत” के अंतर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के अंतर्गत “एक जिला एक उत्पाद” योजना शासन की महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग उत्पाद को चयनित किया गया है तथा इसी योजना के अंतर्गत रीवा जिले में भी हल्दी को चयनित किया गया है, जिससे किसानों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना एवं उनके उत्पाद उचित मूल्य दिलवाना है। 
मध्यप्रदेश में किसानों को प्रोत्सहित करने के लिए 'एक जिला एक उत्पाद' ('One District One Product') योजना शुरू की गई है, इस योजना के तहत रीवा जिले में हल्दी की खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है, या यूं कहें कि हल्दी की खेती को 'एक जिला एक उत्पाद योजना' के तहत जिले में चुना गया है।

हल्दी एक महत्वपूर्ण मसाले वाली फसल है, जिसका प्रयोग मसाले, औषधि, रंग सामग्री और सौंदर्य प्रसाधन के रूप में तथा धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। हल्दी की खेती एवं निर्यात में भारत विश्व में पहले स्थान पर है। यह फसल गुणों से परिपूर्ण है हल्दी की खेती आसानी से की जा सकती है तथा कम लागत तकनीक को अपनाकर इसे आमदनी का एक अच्छा साधन बनाया जा सकता है।
जलवायु, क़िस्म एवं सिंचाई की सुविधानुसार इसकी बुवाई 15 मई से 15 जून के मध्य की जा सकती है।