Subsidy Scheme: केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है और केंद्र और राज्य सरकार किसानों को खर्च कम करने के लिए सब्सिडी देती है। अब बिहार सरकार ने केले की खेती को लेकर किसानों को बड़ी राहत दी है। इसी बीच खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने टिश्यू कल्चर तकनीक से केले की खेती पर बंपर सब्सिडी देने का ऐलान किया है। अगर किसान भाई सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा
केले के पौधे को कीटों और बीमारियों का सबसे आसान शिकार माना जाता है। कई बार इन कीट व रोगों के प्रकोप से फसल पूरी तरह नष्ट हो जाती है। हालांकि अब केले की उन्नत किस्मों के मजबूत पौधे टिश्यू कल्चर तकनीक से तैयार किए जा रहे हैं। ये पौधे पूरी तरह स्वस्थ और रोग प्रतिरोधक हैं। इन्हें बीमारियां आसानी से नहीं लगती हैं। यही वजह है कि बिहार सरकार ने टिशू कल्चर से केले की खेती करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा की है।
ये फायदा मिलता है टिश्यू कल्चर तकनीक से
टिश्यू कल्चर से तैयार पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। इन पौधों पर कीट और रोग का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। टिश्यू कल्चर तकनीक से केले की खेती में फल उत्पादन में केवल 12 से 14 महीने का समय लगता है। वहीं साधारण तरीके से केले की खेती में फल बनने में करीब 17 से 18 महीने का समय लग जाता है। जानकारों की माने तो टीशू कल्चर से तैयार केले के पौधों से बंपर पैदावार मिलती है। केले के एक पेड़ से 70 किलो तक फल का प्रोडक्शन होता है।
सब्सिडी के तौर पर मिलेंगे 62,500 रुपये
वहीं, टिश्यू कल्चर तकनीक से केले की खेती पर बिहार सरकार कुल 50 फीसदी की सब्सिडी दे रही है। एक हेक्टेयर में केले की खेती की कुल इकाई लागत 1,25,000 रुपए रखी गई है। ऐसे में 50 फीसदी सब्सिडी के हिसाब से किसानों को केले की खेती के लिए कुल 62,500 रुपये मिलेंगे। अगर किसान भाई सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। और अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यानिकी से संपर्क करें।