भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्में, येलो मोजेक वायरस प्रतिरोधी है ये किस्में
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्में, येलो मोजेक वायरस प्रतिरोधी है ये किस्में
Android-app-on-Google-Play

Soybean Ki Kheti: हमारे देश में व्यावसायिक रूप से भी सोयाबीन की खेती की जा रही है। कई किसान ऐसे हैं जो सोयाबीन की व्यावसायिक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। कम लागत में इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की कई ऐसी किस्में विकसित की हैं जिनकी उपज क्षमता अच्छी होने के साथ-साथ कई रोगों और कीटों के लिए प्रतिरोधी भी हैं। सोयाबीन की खेती के लिए ऐसी किस्में बहुत अच्छी मानी जाती हैं, जो उपज में अच्छी होती हैं और रोग प्रतिरोधक भी होती हैं। किसानों की आय में वृद्धि हो इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा सोयाबीन की प्रमुख किस्में विकसित की है।

पूसा सोयाबीन 9712 (Pusa Soybean 9712) : सोयाबीन के इस किस्म के लिए उपयुक्त क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है। पूसा सोयाबीन 9712 की बुवाई खरीफ ऋतु में की जाती है। और इसकी उत्पादन की जो परिस्थिति है वह सिंचित है। इसकी औसत पैदावार 22.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है और यह किस्म 115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। सोयाबीन की ये किस्म मूंगबीन येलो मोजेक वायरस प्रतिरोधी है।


पूसा 12 (Pusa 12) : उत्तरी मैदानी क्षेत्रों के लिए यह एक उपयुक्त किस्म है। इस किस्म की खेती खरीफ ऋतु में की जाती है और इस किस्म की उत्पादन परिस्थिति सिंचित है। पूसा 12 सोयाबीन की औसत पैदावार 22.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। यह किस्म 128 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी मुख्य विशेषता यह है की यह मूंगबीन येलो मोजेक वाइरस, राइजोक्टोनिया ब्लाइट प्रतिरोधी है।

पूसा सोयाबीन 6 (Pusa Soybean 6) : सोयाबीन के इस किस्म के लिए उपयुक्त क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है। पूसा सोयाबीन 6 की बुवाई खरीफ ऋतु में की जाती है। और इसकी उत्पादन की जो परिस्थिति है वह सिंचित है। इस किस्म की औसत पैदावार 21.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। यह किस्म 116 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
इस किस्म की प्रमुख विशेषता : मूंगबीन येलो मोजेक वाइरस, राइजोक्टोनिया ब्लाइट एवं बैक्टीरियल पसचुलस प्रतिरोधी, स्टेम पलाई एवं डेफोलिएटर्स के लिए मध्यम अवरोधी, पीले रंग के दाने एवं तेल की मात्रा 20.7% |