product_image


उदयपुर राजस्थान का एक नगर एवं पर्यटन स्थल है जो अपने इतिहास, संस्कृति और अपने आकर्षक स्थलों के लिये प्रसिद्ध है। इसे पूर्व के वेनिस के नाम से भी जाना जाता है। उदयपुर में डाँगी, राजपूत , भील , मीणा के साथ अन्य कई जातियाँ निवास करती हैं। 

उदयपुर, राजस्थान (भारत) में वन आधारित विविध उत्पाद प्रसंस्करण आंवला, जामुन, कस्टर्ड सेब आदि। को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चयनित किया गया। 

उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर तथा प्रतापगढ़ जिलों से बना उदयपुर संभाग व वागढ़ का क्षेत्र कहलाता है। कृषि के साथ-साथ यह क्षेत्र राज्य में पहाड़ी व वन्य मू-भाग की दृष्टि से भी अपनी विशिष्टता रखता है। संभाग के कुल भू-भाग का 8.17 लाख हैक्टेयर बनों से आच्छादित है एवं यह सम्पूर्ण राज्य के वन क्षेत्र में 30 प्रतिशत से अधिक योगदान देता है। संभाग की कुल जनसंख्या का लगभग 48 प्रतिशत हिस्सा जनजाति समुदाय का है तथा उनकी जीविकोपार्जन का एक मुख्य साधन वनों से प्राप्त होने वाली लघु वन उपज ही हैं। ये वन उपज घरेलू उपयोग के साथ-साथ औषधीय व विविध उपयोग के कारण भी अपनी भिन्न पहचान रखती है तथा जनजाति कृषको की आमदनी बढ़ाने में महति भूमिका रखती है।