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सिंधुदुर्ग ज़िला भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय ओरोस है। यह ज़िला रत्नागिरि जिले से अलग कर के बनाया गया था।

सिंधुदुर्ग जिला लगभग 5,207 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। 2001 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 8,68,825 है। सिंधुदुर्ग नगरी की आधुनिक बस्ती सिंधुदुर्ग जिले का मुख्यालय है। जिला पूर्व में अरब सागर, दक्षिण में बेलगाम जिला (कर्नाटक राज्य) और गोवा और उत्तर में रत्नागिरी जिले से घिरा हुआ है। सिंधुदुर्ग एक तटीय जिला होने के कारण, जलवायु आमतौर पर नम और आर्द्र होती है और दिन के दौरान और पूरे मौसम में तापमान में बदलाव बड़ा नहीं होता है।

सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र (भारत) में आम को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चयनित किया गया। 

हाफूस आमों की सबसे बेहतरीन किस्म महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में स्थित सिंधुदुर्ग जिले की तहसील देवगढ़ में उगायी जाती है, साथ ही सबसे अच्छे आम सागर तट से 20 किलोमीटर अंदर की ओर स्थित जमीन पर ही उगते हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र का रत्नागिरि जिला, गुजरात के दक्षिणी जिले वलसाड और नवसारी भी हाफूस की पैदावार के लिए प्रसिद्ध हैं।

आमों के राजा अल्फांसो, जिसे महाराष्ट्र में 'हापुस' के नाम से जाना जाता है, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने स्वाद, शानदार खुशबू और जीवंत रंग के लिए मशहूर है।

आमों के राजा अल्फांसों को जीआई टैग मिल गया है। सरकार ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और आसपास के इलाकों में पैदा होने वावे अल्फांसो आम को भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग दिया है। यह अल्फांसो की प्रामाणिकता और मजबूता करेगा।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और आसपास के अन्य क्षेत्रों से अल्फांसो आम के लिए एक भौगोलिक संकेत टैग की घोषणा की। भारत पेटेंट कार्यालय द्वारा प्रदान की गई यह स्थिति, किसी राज्य या भौगोलिक क्षेत्र को किसी उत्पाद पर विशेष दावा करने की अनुमति देती है, गुणवत्ता का आश्वासन देती है, और अक्सर उत्पाद दरों में वृद्धि के कारण के रूप में उपयोग की जाती है।

इस फल को आमों के राजा के रूप में जाना जाता है और इसे स्थानीय रूप से "हापुस" कहा जाता है। भारत जापान, कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और पूरे यूरोप सहित कई देशों को फल निर्यात करता है।

Sindhudurg जिले की प्रमुख फसलें