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शाहजहाँपुर जिला (अंग्रेजी: Shahjahanpur district) भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है जिसका मुख्यालय शाहजहाँपुर है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के इकाईयों को एकत्र कर उन्हें आर्थिक और विपणन की दृष्टि से मजबूत किया जाएगा। 

गुड़ को किया गया चयनित
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले को गुड़ के लिए चयनित किया गया है। जिसकी यूनिट लगाने पर मार्केटिग, पैकेजिग, फाइनेंशियल मदद, ब्रांडिग की मदद इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलेगी।

गन्‍ना, भारत की एक प्रमुख नकदी फसल है. इसकी खेती अर्ध उष्‍णकटिबंधीय तथा कटिबंधीय क्षेत्रों में होती है. जानकारों का कहना है कि भारत में लगभग 5 मिलियन हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्रफल में गन्ना की खेती होती है. इसमें सबसे ज्यादा गन्ना उत्तर प्रदेश में होता है. देश का लगभग 50 प्रतिशत से ज्यादा गन्ना उत्तर प्रदेश में ही होता है

गन्ना उत्पादन में अग्रणी खीरी जिले को चीनी का कटोरा कहा जाता है। यहां गन्ना उत्पादन को देखते हुए करीब चार हजार के लगभग कोल्हू चल रहे हैं जिन पर गन्ना के सीजन में गुड़ बनाई जाती है। यहां की गुड़ को अन्य जिलों व प्रदेशों में भेजने के लिए इसको वन डिस्टिक व उत्पाद में शामिल किया गया है।

शाहजहांपुर जिले में करीब 50 हेक्टेयर में पौधा गन्ना है। जिले के किसान मात्र 15-20 प्रतिशत क्षेत्रफल में शरद काल में गन्ना बोते हैं, अधिकतर किसान गेंहू की कटाई करने के बाद बसंतकालीन गन्ना बोते हैं। शरदकाल में गन्ना की बुवाई के साथ सहफसली के रूप में तोरिया, आलू, मटर, मसूर, गेंहू, लहसुन, धनिया, गोभी, गाजर, बांकला, मूली व अन्य फसलें बोकर अधिक लाभ ले सकते है। 

जिले में उगाए गए प्रमुख फसलें हैं गेहूं, धान (चावल), दाल, गन्ना और मूंगफली। जिले के बागवानी फसलें आम और अमरूद हैं शाहजहांपुर जिला उत्तर प्रदेश के प्रमुख धान उत्पादक जिलों में से एक है। यह यू.पी. में जिलों में से एक है। बासमती चावल के लिए कृषि निर्यात क्षेत्र के विकास के लिए चुना गया।