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नंदुरबार ज़िला भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय नंदुरबार है।

महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में बाजरा आधारित उत्पाद (पहाड़ी बाजरा, फिंगर बाजरा आदि- आटा/पापड़/सत्व) को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चयनित किया गया। 

बाजरा एक प्रमुख फसल है। एक प्रकार की बड़ी घास जिसकी बालियों में हरे रंग के छोटे छोटे दाने लगते हैं। इन दानों की गिनती मोटे अन्नों में होती है। प्रायाः सारे उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में लोग इसे खाते हैं। बाजरा मोटे अन्नों में सबसे अधिक उगाया जाने वाला अनाज है। बाजरे का प्रयोग भारत तथा अफ्रीका में रोटी, दलिया तथा बीयर बनाने में होता है। फसल के बचे भाग का प्रयोग चारा\चारे, ईंधन तथा निर्माण कार्य में भी होता है। विश्व के विकसित भागों में इसका प्रयोग भोजन में ना होकर चारे के रूप में होता है।

बाजरा खरीफ सीजन का एक महत्वपूर्ण फसल है। बुवाई के बाद उचित देखभाल बहुत जरूरी है। भारत दुनिया का अग्रणी बाजरा उत्पादक देश है। भारत में लगभग 85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरे की खेती की जाती है, जिसमें से 87 प्रतिशत क्षेत्र राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों में है।

भूमि
बाजरे की फसल अच्छी जल निकास वाली सभी तरह की भूमियों में ली जा सकती है। परन्तु बलुई दोमट मिट्टी इसके लिए सर्वोत्तम है। बाजरे के लिए भारी भूमि कम अनुकूल रहती है और इसके लिए अधिक उपजाऊ भूमियों की आवश्यकता नहीं होती है।

जलवायु
बाजरे की खेती गर्म जलवायु और 400 से 600 मिलीमीटर वर्षा वाले क्षेत्रों में भली भांति की जा सकती है। 32 से 37 सेल्सियस तापमान बाजरे के लिए उपयुक्त माना गया है। यदि पुष्पन अवस्था में वर्षा हो जाए या फव्वारों से सिंचाई कर दी जाए तो फूल धुल जाने के कारण बाजरे में दानों का भराव कम हो जाता है। बालियों में दाना भरने की अवस्था में यदि नमी अधिक हो और तापमान कम हो तो अर्गट रोग के प्रकोप की संभावना बढ़ जाती है।