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लखनऊ (Lucknow) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है। प्रशासनिक रूप से यह लखनऊ ज़िले के अंतर्गत आता है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के इकाईयों को एकत्र कर उन्हें आर्थिक और विपणन की दृष्टि से मजबूत किया जाएगा। 

आम को किया गया चयनित
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले को खाद्य सामग्री में आम के लिए चयनित किया गया है। जिसकी यूनिट लगाने पर मार्केटिग, पैकेजिग, फाइनेंशियल मदद, ब्रांडिग की मदद इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलेगी।

आम की खेती लगभग पूरे देश में की जाती हैI यह मनुष्य का बहुत ही प्रीय फल मन जाता है इसमे खटास लिए हुए मिठास पाई जाती हैI जो की अलग अलग प्रजातियों के मुताबिक फलो में कम ज्यादा मिठास पायी जाती हैI कच्चे आम से चटनी आचार अनेक प्रकार के पेय के रूप में प्रयोग किया जाता हैI इससे जैली जैम सीरप आदि बनाये जाते हैI यह विटामीन ए व् बी का अच्छा श्रोत हैI

दसहरी आम एक आम की खेती है जिसकी उत्पत्ति 18वीं शताब्दी में लखनऊ जिले के काकोरी के पास एक गाँव में हुई थी। यह उत्तर भारत और दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश, नेपाल और पाकिस्तान में उगाए जाने वाले आम की एक मीठी और सुगंधित किस्म है। उत्तर प्रदेश में मलिहाबाद दशरी आम का सबसे बड़ा उत्पादक है।

दशहरी आम का सबसे ज्यादा उत्‍पादन उत्‍तर प्रदेश में होता है। यहां हर साल करीब 20 लाख टन दशहरी आम पैदा होता है. कहते हैं कि दशहरी आम का पहला पेड़ लखनऊ के पास काकोरी स्‍टेशन से सटे दशहरी गांव में लगाया गया था। इसी गांव के नाम पर इसका नाम दशहरी आम पड़ा। कहते हैं कि वह पेड़ आज भी मौजूद है, जिस पर पहला दशहरी आम आया था। इसकी उम्र करीब 200 साल बताई जाती है, इसे ‘मदर ऑफ मैंगो ट्री’ कहा जाता है। उत्‍तर प्रदेश का मलिहाबाद अब दशहरी आम का उत्‍पादन करने वाला सबसे बड़ा क्षेत्र बन गया है।

परंपरानुसार लखनवी आम (खासकर दशहरी आम), खरबूजा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में उगाये जा रहे अनाज की मंडी रही है। यहां के मशहूर मलीहाबादी दशहरी आम को भौगोलिक संकेतक का विशेष कानूनी दर्जा प्राप्त हो चुका है। मलीहाबादी आम को यह विशेष दर्जा भारत सरकार के भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री कार्यालय, चेन्नई ने एक विशेष क़ानून के अंतर्गत्त दिया गया है।[14] एक अलग स्वाद और सुगंध के कारण दशहरी आम की संसार भर में विशेष पहचान बनी हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार मलीहाबादी दशहरी आम लगभग 6253 हैक्टेयर में उगाए जाते हैं और 95658.39 टन उत्पादन होता है।