product_image


हरदोई भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक जिला है. उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य भाग में स्थित यह जिला लखनऊ प्रमंडल के अंतर्गत आता है।

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएम-एफएमई) के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) की ओर से एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत मूंगफली को शामिल किया गया है। इसके तहत मूंगफली की प्रोसेसिग यूनिट लगाने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। कृषि विभाग ने योजनांतर्गत इस बार कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है, जिसके चलते अधिक से अधिक उद्यमी योजना का लाभ ले सकेंगे। यूनिट लगाने पर उद्यमियों को परियोजना लागत पर 35 फीसद या अधिकतम 10 लाख रुपये तक की छूट दी जाएगी। 12 महीने रहती मूंगफली की मांग : मूंगफली की मांग 12 महीनों तक बनी रहती है। यूनिट लगाने के लिए अधिकतम 11 लाख रुपये का खर्च आता है, जिस पर सरकार की ओर से परियोजना लागत पर अनुदान दिया जाता है। यूनिट लगाने के बाद उद्यमी मूंगफली का तेल, नमकीन, रोस्टेड और छिलके निकालकर बेच सकते हैं। मूंगफली का उत्पादन भी बढ़ेगा : जिले में 1300 हेक्टेयर से अधिक मूंगफली की फसल की बोआई की गई है। इस बार किसानों को मूंगफली से अधिक मुनाफा होने के आसार है। 

मूंगफली खरीफ और जायद दोनों मौसम की फसल है, मूंगफली की फसल हवा और बारिश से मिट्टी कटने से बचाती है। खरीफ की आपेक्षा जायद में कीट और बीमारियों का प्रकोप कम होता है। प्रदेश में यह झांसी, हरदोई, सीतापुर, खीरी, उन्नाव, बरेली, बदायूं, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, मुरादाबाद, और सहारनपुर के अधिक क्षेत्रफल में उगाई जाती हैI

अर्थव्यवस्था-कृषि, उद्योग और उत्पाद
हरदोई जिले की अर्थव्यवस्था कृषि, पशुपालन, मछली पालन, वन, खनिज, उद्योग और व्यवसाय पर आधारित है.

कृषि
इस जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल हैं: धान, मक्का, गेहूं, ज्वार, बाजरा, दलहन (मसूर, चना, मूंग, उरद, अरहर और मटर), तिलहन (मूंगफली, सरसों, राई, सूर्यमुखी और तिल), गन्ना, आलू, प्याज, लहसुन और सब्जियां. यहाँ उगाए जाने वाले प्रमुख फल हैं: आम, अमरूद, नींबू, कटहल, पपीता और केला।

पशुपालन
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन जिले के लोगों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण जरिया है. जिले के प्रमुख पशु धन हैं: गाय, बैल, भैंस, सूअर, भेड़, बकरी और पोल्ट्री।

वन
इस जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन संपदा हैं: बरगद, बांस, शीशम, नीम, महुआ, साल,जामुन और आम।

उद्योग
इस जिले में बड़े उद्योगों का अभाव है. यह जिला कृषि आधारित उद्योग के लिए प्रसिद्ध है. जिले में स्थित प्रमुख उद्योग हैं: चावल मिल, चीनी मिल, आटा मिल और बेकरी उद्योग।

व्यवसाय
जिले से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं: खाद्य पदार्थ, अनाज, तिलहन, चीनी और तंबाकू. जिले में आयात किए जाने वाले प्रमुख पदार्थ हैं: विदेशी सामान, कपड़ा नमक और कपास।