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केंद्र सरकार की 'एक जिला, एक उत्पाद' योजना में प्रदेश के सभी 33 जिलों के 33 प्रमुख उत्‍पादों की सूची तैयार है। अब राज्‍य सरकार सूक्ष्‍म, लघु, मध्‍यम उद्योगों की श्रेणी में रखते हुए विभिन्‍न उत्‍पादों की खासियत और संभावनाओं को देखते हुए उन्‍हें बड़ा प्‍लेटफार्म देगी। सरकार की फूड प्रोसेसिंग योजनाओं का लाभ उठाकर उद्यमी इस क्षेत्र में अपनी प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिये आगे आएं तो तस्‍वीर बदल सकती है।

धौलपुर जिले में आलू आधारित उत्पाद (चिप्स, फिंगर चिप्स आदि) को एक जिला एक उत्पाद योजना में चयनित किया गया। 

धौलपुर: आलू उत्पादन से 180 करोड़ का कारोबार
धौलपुर जिले में उत्तरप्रदेश की तर्ज पर आलू उत्पादन होता है। यहां के आलू की मांग चेन्नई, हैदराबाद, सूरत व कोलकाता तक है। यहां करीब नौ हजार हैक्टेयर

क्षेत्र में आलू बुवाई होती है। सालाना करीब 180 करोड़ का कारोबार होता है। संरक्षण के लिए कोल्ड स्टोरेज भी खूब बन गए हैं। यदि जिले में आलू से तैयार होने वाले उत्पाद जैसे चिप्स, स्नैक्स आदि बनाने शुरू किए जाएं तो स्‍थानीय लोगों को रोजगार देने में इसका फायदा होगा। फिलहाल जिले में इस तरह का कोई उद्योग नहीं है।

आंकड़े बताते हैं...
9 हजार हैक्टेयर में आलू पैदावार
5-6 हजार हैक्टेयर में इस वर्ष खेती, (सरसों में रुझान रहा)
12 से 15 हजार किसान जुड़े
30 कोल्ड रेस्टोज, कई नए लोगों को अनुदान के लिए तैयार किया
600 रुपए क्विंटल के भाव लगभग
180 करोड़ सालाना कारोबार


धौलपुर जिले में आलू की बम्पर पैदवार होती है। गत दिनों कोल्ड स्टोरेज स्थापना के लिए कई लोगों को अनुदान दिया गया है। इससे किसानों का रुझान बढ़ा है। आलू से बनने वाले उत्पादों पर आधारित औद्योगिक इकाई लग जाए तो किसानों को माल बेचने में आसानी होगी और रोजगार भी बढ़ेगा।