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बूंदी, राजस्थान (भारत) में चावल आधारित उत्पाद- पोहा, मुरमुरे को एक जिला एक उत्पाद के तहत चयन किया गया। 

धान (ओराइजा सताइवा एल) सबसे महत्वपूर्ण खाद्य  प्रधान फसलों में से एक है जो दुनिया के कई हिस्सों में पोषक तत्वों का एक प्रमुख स्रोत है धान दूसरी सबसे बड़ी अनाज की फसल है यह घास परिवार (ग्रैमिनेसी) का सदस्य है, जो स्टार्चयुक्त बीज का उत्पादन करता है।

चावल इन्सान की दैनिक भोजन में अपनी कुल कलोरी का 60-70% और प्रोटीन का एक तिहाई हिस्से की पूर्ति करने में योगदान करता है, चावल हमारे दैनिक भोजन में न केवल आहार के रूप में लिया जाया है बल्कि इसके अलवा चावल का प्रयोग नाश्ते के रूप में खाद्य पदार्थो में जैसे की मुर्रा, पोहा, चिवडा, लाइ इत्यादि के रूप में भी करते आ रहे है।

मुख्य भोजन के रूप में यह भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए कृषि नीति बनाने में एक केंद्रीय स्थान रखता है तथा  धान कई तरह के औद्योगिक उत्पाद जैसे कि चावल, राइस ब्रान ऑयल, मुर्रा, पोहा, लाइ  इत्यादि जैसी खाद्य पदार्थों की पूर्ति के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्त्रोत है |

बूंदी की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में यहाँ के बासमति चावल (Basmati Rice) के उत्पादन का विशेष महत्व है। यहाँ के चावलों की महक अन्तर्राष्ट्रीय बाजार तक (The smell of rice to the international market) है। देश के विभिन्न प्रान्तों के साथ पंजाब एवं हरियाणा के माध्यम से बूंदी का चावल खाड़ी देशों एवं यूरोपीय देशों को निर्यात किया जाता है। इन देशों में अपनी खुशबू एवं गुणों के कारण यहाँ का चावल लोकप्रिय है।

बूंदी जिले में पैदा होने वाले चावल की ग्रेडिंग प्रोसेसिंग (Grading processing) का कार्य भी जिले में स्थित उद्योेग इकाईयों में ही होता है। यहां ग्रेडिंग प्रोसेसिंग प्लांट लगे हैं।