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बिजनौर भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है।
बिजनौर में कृषि प्रमुख है। यहाँ पर रबी, ख़रीफ़, ज़ायद आदि की प्रमुख फ़सलें होती हैं, जिनमें गन्ना, गेहूँ, चावल, मूँगफली की मुख्य उपज होती हैं।

जिले में कृषि उद्योग प्रमुख उद्योग है। 33 प्रतिशत जनसंख्या इसी में कार्यरत है। रबी, ख़रीफ़, ज़ायद आदि प्रमुख फ़सलें होती हैं, जिनमें गन्ना, गेहूँ, चावल, मूँगफली की मुख्य उपज हैं। 25 प्रतिशत खेतिहर मजदूर हैं। इस प्रकार 58 प्रतिशत जनसंख्या कृषि उद्योग से संबंधित है। बिजनौर में गन्ने की बम्पर पैदावार होती है। जिले में नौ चीनी मिल है और करीब 2 लाख 47 हजार हैक्टेयर रकबे में गन्ने की फसल है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के इकाईयों को एकत्र कर उन्हें आर्थिक और विपणन की दृष्टि से मजबूत किया जाएगा। 

गुड़ को किया गया चयनित
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले को गुड़ के लिए चयनित किया गया है। जिसकी यूनिट लगाने पर मार्केटिग, पैकेजिग, फाइनेंशियल मदद, ब्रांडिग की मदद इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलेगी।

शुगर बाउल के नाम से प्रसिद्ध बिजनौर की धरती देश भर में मिठास घोल रही है। जिले की नौ शुगर मिलों में बनने वाली चीनी के साथ ही गुड़ भी की मिठास भी दूर तक फैलती है। चांदपुर का गुड़ दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। एशिया की बड़ी मंडियों में शुमार चांदपुर की गुड़ मंडी आसपास के जिलों ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों तक प्रसिद्ध है। यहां का गुड़ अन्य प्रदेशों में अपनी मिठास घोल रहा है। तीन हजार से अधिक कुंतल गुड़ रोजाना यहां से झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों में पहुंचता है। यहां का लड्डू गुड़ वहां के लोगों की पहली पंसद बना हुआ है। यही वजह की चांदपुर को यहां के गुड़ ने अपनी अलग पहचान दी है।

बिजनौर जिले के चांदपुर को पहचान दिला रहा ‘मंगलौरी लड्डू’
चांदपुर मंडी कभी खांडसारी मंडी के नाम से देश में प्रसिद्ध थी। आज ये गुड़ मंडी के रूप में पहचान बना रही है। मंडी में करीब 25 गुड़ आढ़ती हैं। मंडी में आने वाले गुड़ को आढ़ती देश के अन्य राज्यों में भेजते हैं। इसके साथ मंगलौरी लड्डू के नाम से बनाया जा रहा गुड़ अपनी खास पहचान बना रहा है। इसे लोग बड़ी रुचि से खाते हैं।
क्षेत्र में लगे पावर कोल्हू पर तीन तरह का गुड़ मंगलौरी पीला, हल्का पीला, दड़ा तैयार किया जाता है। रुड़की क्षेत्र के कारीगरों द्वारा बनाया जा रहा छोटे आकार का लड्डू गुड़ देश के विभिन्न क्षेत्रों में मंगलौरी लड्डू के नाम से पहचान बनाए हुए है। मंगलौरी लड्डू का स्वाद अच्छा होने के कारण लोग इसे रुचि से खा रहे हैं। चांदपुर क्षेत्र में गुड का बड़ा कारोबार है। क्षेत्र के गांव अकौंधा, रौनिया, बास्टा, सिंघा, अम्हेड़ा, पैजनिया, गोयली, हल्लानंगला, सिसौना, खल्लासपुर आदि में बड़ी तादाद में पावर कोल्हू का संचालन हो रहा है। जिसमें गुड़ का लड्डू बनाया जाता है। जो कि ट्रकों में लोड होकर देश के अनेक राज्यों पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में जाता है।