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भारत सरकार ने एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत भी अनार को बाड़मेर जिले के लिए चयन किया है। 
जिला वर्तमान में राजस्थान में सर्वाधिक मात्रा में अनार एवं जीरा उत्पादक वाला जिला है। यहां लगभग 3500 हेक्टेयर में 21 लाख अनार के पौधे है। यहां के अनार का नाम भी मुख्यमंत्री ने ‘थार अनार‘ दिया है। देश में सबसे उच्चतम गुणवत्ता का अनार एवं जीरा बाड़मेर में उत्पादित होता है।
इन दोनों फसलों के लिए यहां का वातावरण, भूमि एवं पानी बहुत उपयुक्त है। जिले में जीरे की पैदावार लगभग 1 लाख 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में होती है।
अनार उत्पादन में देश व प्रदेश में अलग पहचान बना रहा सीमावर्ती जिला बाड़मेर अब इसमें प्रदेश में नम्बर वन हो गया है। 
प्रदेश का करीब चालीस फीसदी अनार यहां उत्पादित हो रहा है।

मानसून के दौरान जुलाई से सितंबर के बीच अनार के पौधे रोपे जाते है। करीब तीन वर्ष बाद इन पौधों पर अनार लगते हैं। जनवरी से मार्च तक अनार की पैदावार मिलती है। वहीं पौधे पर वर्ष भर लाल रंग के फूल खिले रहते हैं।

बाड़मेर में अनार एक नजर

-40 प्रतिशत प्रदेश के अनार का उत्पादन
-150 से अधिक अनार उत्पादक
-120 क्विंटल प्रति हैक्टेयर में उत्पादन
-5000 हैक्टेयर में अनार की पैदावार