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सीताफल या मीठा-सोप, एनोना स्क्वामोसा का फल है, जो एनोना की सबसे व्यापक रूप से उगाई जाने वाली प्रजाति है और अमेरिका और वेस्ट इंडीज में उष्णकटिबंधीय जलवायु का मूल निवासी है। फिलीपींस में डॉकिंग मनीला गैलियंस पर सवार स्पेनिश व्यापारियों ने इसे एशिया में लाया।

अलीराजपुर जिले में सीताफल की खेती बहुतायत में होती है, जिसे यहाँ के किसान नगदी फसल की रूप में इसकी उपज करते है जो गांव के किसानो की आय का एक माध्यम है । शरीफा एक मीठा व स्वादिष्ट फल है। इसे “सीताफल” भी कहा जाता है। इसका वानस्पतिक नाम अनोनस्क्चैमोसा है। शरीफा औषधीय महत्व का भी पौधा है। इसकी पत्तियाँ हृदय रोग में टॉनिक का कार्य करता है क्योंकि इसकी पत्तियों में टेट्राहाइड्रो आइसोक्विनोसीन अल्कलायड पाया जाता है।

मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र का आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिला अपनी हरी-भरी वादियों के साथ सीताफल के लिए भी मसहूर है। यहां का सीताफल खाने में इतना मीठा और स्वादिष्ट होता है कि इसका स्वाद कोई भुला नहीं पाता, और इसी के चलते इसकी डिमांड मध्य प्रदेश सहित अपने पड़ोसी राज्य गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में काफी होती है। दरअसल अलीराजपुर का सीताफल एक तरीके से पूरा ऑर्गेनिक होता है, न तो इसकी खेती की जाती है, और न ही इसके कोई फॉर्म है यह फल अलीराजपुर के जंगलों में होता है, और पूरी तरह से कुदरती होता है।

अलीराजपुर का सीताफल मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में नाम से ही बिक जाता है। अलीराजपुर के सीताफल की डिमांड इसलिए की जाती है कि यह पूरी तरह से कुदरती होता है, और यही कारण है कि अलीराजपुर में सदियों से निवास कर रहे यहां के आदिवासी जंगलों में सीताफल के पौधे का संरक्षण करते आ रहे हैं, क्योंकि सीताफल से अच्छी खासी आमदनी हो जाती है और इसी के कारण यहां का सीताफल इतना मीठा और स्वादिष्ट होता है।

Alirajpur जिले की प्रमुख फसलें