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भारत और इज़राइल ने खेती में होने वाले कीटों से बचाव के लिए एक नई साझेदारी की है। दोनों देशों ने मिलकर फेरोमोन-आधारित कीट नियंत्रण तकनीक को बनाने और दुनिया के देशों में बेचने का फैसला लिया है।
इस काम के लिए दोनों देशों ने मिलकर एक नई कंपनी बनाई है—Semiophore Ltd., जिसमें भारत और इज़राइल दोनों की बराबर हिस्सेदारी है।
नई दिल्ली में हुए First International Science & Technology Clusters Conference में इस संयुक्त कंपनी की घोषणा की गई।
इसमें भारत की ATGC Biotech Pvt. Ltd. और इज़राइल की Luxembourg Industries Ltd. शामिल हैं।
पहली बार ऐसा हो रहा है कि भारत की बनी फसल सुरक्षा तकनीक इज़राइल में भी बनाई जाएगी।
इस घोषणा के समय भारत के Principal Scientific Adviser प्रो. अजय कुमार सूद और इज़राइल के Deputy Chief of Mission फारेस साएब मौजूद थे।
दोनों देशों के अधिकारियों ने कहा कि यह साझेदारी:
किसानों की फसल सुरक्षा मजबूत करेगी
खाद्य सुरक्षा को बेहतर बनाएगी
खेती को जलवायु के अनुसार तैयार करने में मदद करेगी
और तकनीक का उपयोग बढ़ाएगी
सेमियोफोर कंपनी भारत की बनी 18 फेरोमोन तकनीकों को अब इज़राइल, ब्राज़ील और अमेरिका जैसे देशों में भी बेच पाएगी।
इन तकनीकों में शामिल हैं:
बहुत कम मात्रा में काम करने वाले डिस्पेंसर
कीटों की प्रजनन क्षमता (mating) रोकने वाली तकनीक
धीरे-धीरे रिलीज होने वाले कीट नियंत्रण सिस्टम
इनसे कीटनाशक का उपयोग 80% से भी ज्यादा कम हो सकता है।
इससे खेती होगी— सुरक्षित, सस्ती और पर्यावरण के लिए बेहतर
ATGC Biotech कई सालों से भारत–इज़राइल कृषि कार्यक्रमों के साथ काम कर रही है। इसी कारण यह बड़ी साझेदारी संभव हुई।
इससे आगे ये फायदे होंगे:
दोनों देशों में मिलकर कृषि शोध होगा
किसानों को नई तकनीक समय पर मिलेगी
प्राकृतिक कीट नियंत्रण को बढ़ावा मिलेगा
और भारत की तकनीक विदेशों में पहचान बनाएगी
भारत और इज़राइल की यह नई पहल किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
फेरोमोन तकनीक से:
कीट बिना ज़हरीले दवाइयों के नियंत्रित होंगे
खेती पर खर्च कम होगा
फसल स्वास्थ्य बेहतर रहेगा
और पर्यावरण सुरक्षित रहेगा
यह साझेदारी आने वाले समय में खेती को और आधुनिक बना सकती है।