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सही ढंग से तुड़ाई, बेर करें अच्छी कमाई
सही ढंग से तुड़ाई, बेर करें अच्छी कमाई

मार्च-अप्रैल में बेर की अधिकतर किस्में पकने लगती हैं। अतः फसल की तुड़ाई कर उचित बिक्री की व्यवस्था करें। प्रायः तुड़ाई हाथ द्वारा की जाती है। डंडे आदि का उपयोग करने पर फलों को चोट पहुंचती है। जहां तक संभव हो, तुड़ाई सुवह ही की जानी चाहिए। फलों को बड़े, मध्यम और छोटे आकार के समूहों में वर्गीकृत किया जाना चाहिए। फलों को 'ए', 'बी' और 'सी' ग्रेड या वर्गों में श्रेणीकृत करना चाहिए। 'ए' वर्ग में चमकदार पीले, बड़े एवं मध्यम आकार, एक रूप आकृति तथा बिना किसी विकृति या धब्बेरहित फलों का चुनाव किया जाना चाहिए। इसी प्रकार 'बी' वर्ग के लिए अनियमित पीले या पीले-लाल बड़े एवं मध्यम आकार, एक रूप आकृति तथा थोड़े विकृति या धव्वेयुक्त एवं 'स. वर्ग के लिए लाल, अनियमित पीले, मध्यम और छोटे आकार के अधिकांशत: विकृत या धब्वेयुक्त फलों का चयन करना चाहिए। छंटाई उपरांत फलों को कपड़े की चादरों, जूट के बोरों, नाइलॉन की जालीदार थैलियों, बांस की टोकरियों और लकड़ी या गत्ते के डिब्बों में बाजार भेजा जा सकता है। तुड़ाई के उपरांत फलों को 10 डिग्री सेल्सियस पर पूर्वशीतलन कर लेने से उनकी निधानी आयु बढ़ जाती है। अप्रैल के अंत तक लगभग सभी पेड़ों के पत्ते गिर जाते हैं और पेड़ काट-छांट के लिए तैयार हो जाते हैं। इस समय सिंचाई रोक देनी चाहिए और पेड़ों के नीचे कचरे की सफाई करवा देनी चाहिए।