Kisaan Helpline
देश के विभिन्न हिस्सों में अगले सात दिनों के दौरान मौसम का मिज़ाज बदला-बदला रहेगा। भारत मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र, पश्चिमी और मध्य भारत में अगले सप्ताह तक व्यापक वर्षा, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा, तेज़ हवाएं और ओलावृष्टि का भी अनुमान जताया गया है।
यह अलर्ट विशेष रूप से उन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है जो
इस समय धान की नर्सरी, मूंगफली, कपास, सोयाबीन जैसी
खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी में जुटे हैं।
पूर्वोत्तर भारत में
तेज़ बारिश का अलर्ट
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अरुणाचल प्रदेश,
असम और मेघालय में 19 से 24 मई तक तेज़
बारिश की संभावना है।
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19–20 मई:
अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा का अनुमान।
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19–24 मई:
असम और मेघालय में भारी वर्षा के साथ 19–20 को
कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा हो सकती है।
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तेज़ हवाएं 30-50
किमी/घंटा की गति से चल सकती हैं,
जो बांस व फलदार पेड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
सलाह: खेतों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें और पकी
फसलों की कटाई जल्द पूरी करें।
दक्षिण भारत में
व्यापक वर्षा और अति भारी वर्षा की चेतावनी
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केरल,
कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और
लक्षद्वीप में अगले 7 दिनों
तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।
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20 मई:
तमिलनाडु के घाट क्षेत्रों में अति भारी वर्षा की संभावना।
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20–22 मई:
तटीय कर्नाटक में अति भारी बारिश हो सकती है।
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19–20 मई:
दक्षिण व उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भी भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है।
सलाह: वर्षा की अधिकता से रोपाई में देरी हो सकती है, अतः खेतों में
जल निकासी की उचित व्यवस्था रखें और बारिश रुकने के बाद ही कीटनाशक का छिड़काव
करें।
पश्चिम भारत में
आंधी-तूफान और भारी वर्षा का अलर्ट
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19–24 मई:
कोकण, गोवा, मध्य
महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बारिश के साथ 20–23 मई को
तेज़ आंधी (50-70
किमी/घंटा) चल सकती है।
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21–22 मई:
मध्य महाराष्ट्र में भारी वर्षा के साथ बिजली गिरने की आशंका।
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20 मई:
कोकण में अति भारी वर्षा की संभावना।
सलाह: तेज़ आंधी-तूफान के दौरान सिंचाई और छिड़काव रोकें, और अगर संभव हो
तो बिजली उपकरणों को सुरक्षित रखें।
पूर्व और मध्य भारत
में बिजली, तेज़ हवा और वर्षा की संभावना
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19–22 मई:
बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश और
छत्तीसगढ़ में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और तेज़ हवाएं (50-70 किमी/घंटा) चल
सकती हैं।
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20 मई:
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अति भारी वर्षा हो सकती है।
सलाह: किसानों को बिजली गिरने से बचने के लिए खुले खेतों से दूर
रहना चाहिए। ट्रांसप्लांटिंग का कार्य बारिश के बाद ही करें।
उत्तर-पश्चिम भारत में
आंशिक वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना
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19–20 मई:
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल
और उत्तराखंड में हल्की वर्षा व ओलावृष्टि की संभावना।
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23–24 मई:
उत्तराखंड में भारी वर्षा हो सकती है।
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19 मई:
पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चलेंगी (30-40 किमी/घंटा)।
सलाह: सेब,
आलू और सब्जी की खेती करने वाले किसानों को ओलावृष्टि से फसल बचाने के लिए जाल
या कवर व्यवस्था करनी चाहिए।
तापमान और गर्मी का
असर
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पूर्वी भारत में तापमान में 2-3°C की गिरावट देखने को मिल सकती है।
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19–22 मई:
पश्चिम राजस्थान के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है।
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19 मई:
ओडिशा में गर्म व आर्द्र मौसम बना रहेगा।
सलाह: लू से बचाव के लिए किसानों को पर्याप्त पानी पीने और दोपहर
में भारी कार्य से बचने की सलाह दी जाती है। पशुओं को छांव में रखें और उन्हें साफ
पानी देते रहें।
किसानों के लिए जरूरी
सुझाव:
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फसलों की सुरक्षा के लिए तूफ़ान और भारी बारिश से पहले
खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करें।
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बिजली गिरने की आशंका वाले दिनों में खुले मैदानों में
कार्य करने से बचें।
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छिड़काव या खाद देने का कार्य वर्षा समाप्त होने के बाद
करें।
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पकी हुई फसलों की कटाई तेज़ी से पूरी करें और अनाज को
सुरक्षित स्थान पर रखें।
यह मौसम पूर्वानुमान किसानों के लिए तैयार किया गया है ताकि
वे समय पर निर्णय ले सकें और अपनी फसलों को संभावित नुकसान से बचा सकें।
स्रोत: भारत मौसम विभाग (IMD)