गेहूँ की किस्म - Wheat - JW 1215 (गेहूं - जे डब्ल्यू 1215) गेहूँ की एक उच्च उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधक किस्म है। यह किस्म रबी मौसम के लिए उपयुक्त है तथा मध्यम अवधि में पकने वाली है। इसके दाने मोटे, चमकदार और गुणवत्ता में उत्तम होते हैं। यह किस्म सूखे व सामान्य दोनों परिस्थितियों में अच्छा उत्पादन देती है और किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है।
फसल सीजन:
रबी सीजन
बुवाई का समय:
15 अक्टूबर से 30 नवंबर तक (क्षेत्र के तापमान और नमी के अनुसार)
किस्म का नाम:
जे.डब्ल्यू 1215 (J.W. 1215)
बीज की मात्रा:
100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (यदि ड्रिल विधि से बुवाई की जाए)
120 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (यदि छिटकवां विधि से बुवाई की जाए)
फसल अवधि:
लगभग 115–120 दिन में पकने वाली किस्म
उपज क्षमता:
सिंचित अवस्था में: 42–46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
वर्षा पर आधारित खेती में: 32–36 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
खेती का क्षेत्र:
गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के गेहूँ उत्पादक क्षेत्र
प्रतिरोधक क्षमता:
पीला रतुआ (Yellow Rust) के प्रति सहनशील
पाउडरी मिल्ड्यू और ब्राउन रस्ट से अच्छी सुरक्षा
ब्लास्ट रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधक
विशेषताएँ:
उच्च उपज देने वाली improved variety
मध्यम अवधि में पकने वाली
रोटी, दलिया और बेकरी उत्पादों के लिए उत्कृष्ट गुणवत्ता
मोटे, चमकदार व सुनहरे रंग के दाने
खेत में मजबूत तना और गिरने की संभावना कम
रोगों के प्रति सहनशीलता अधिक
सिंचित और असिंचित दोनों परिस्थितियों के लिए उपयुक्त
अन्य विवरण:
सिफारिश किए गए राज्य: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार
अनुमोदन वर्ष: अनुशंसा वर्ष – 2015 के आसपास (मध्य प्रदेश क्षेत्र के लिए)
उपयुक्त जलवायु: ठंडी व शुष्क जलवायु में सर्वोत्तम उत्पादन
कटाई का समय: फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक