गेहूँ की किस्म - Wheat - JW 1201(गेहूं - जेडब्ल्यू 1201) गेहूँ रबी सीजन की एक प्रमुख और उच्च उपज देने वाली गेहूँ की किस्म है। यह J.W 1201 किस्म रोग प्रतिरोधक, मजबूत फसल और अच्छी दाने की गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। विशेष रूप से मध्य भारत और उत्तर भारत के किसानों के लिए यह किस्म लाभकारी है।
फसल सीजन:
रबी सीजन
बुवाई का समय:
15 अक्टूबर से 30 नवंबर तक
किस्म का नाम:
एम.पी.ओ. 1106 (सुधा)
बीज की मात्रा:
100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (ड्रिल से बुवाई करने पर)
120 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (अगर छिटकवां विधि से बुवाई की जाए)
फसल अवधि:
लगभग 115–125 दिन में पकने वाली किस्म
उपज क्षमता:
सिंचित अवस्था में: 40–45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
असिंचित अवस्था में: 28–32 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
खेती का क्षेत्र:
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्से
विशेषकर काली एवं दोमट मिट्टी वाले क्षेत्र
प्रतिरोधक क्षमता:
पत्ती झुलसा (leaf blight) तथा झुलसा रोग के प्रति सहनशील
खड़ी फसल गिरने (lodging) की संभावना कम
मुख्य विशेषताएं:
मध्यम अवधि में पकने वाली किस्म
दाने मध्यम आकार के, लाल-भूरे और चमकदार
रोटी की गुणवत्ता अच्छी
बालियाँ लंबी और दाने भरपूर
रोग प्रतिरोधक और किसानों के लिए भरोसेमंद
अन्य विवरण:
उच्च उपज क्षमता वाली किस्म, जो समय से पहले पक जाती है
प्रमुख रोगों जैसे पत्ती की धब्बा और सफेद तिल्ली के प्रति प्रतिरोधक क्षमता
अच्छी दाने की गुणवत्ता और बाजार में इसकी अच्छी मांग