गेहूँ की किस्म - Wheat - GW 366 (गेहूं - जीडब्ल्यू 366) गेहूँ रबी सीजन की एक भरोसेमंद और उच्च उपज देने वाली किस्म है। यह G.W 366 किस्म रोग प्रतिरोधक, मध्यम अवधि में पकने वाली और अच्छी आटा गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। यह किस्म विशेषकर गुजरात, राजस्थान और मध्य भारत के किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
फसल सीजन:
रबी सीजन
बुवाई का समय:
15 अक्टूबर से 30 नवंबर तक
किस्म का नाम:
जी. डब्ल्यू 366 (G.W 366)
बीज की मात्रा:
100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (ड्रिल से बुवाई करने पर)
120 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (छिटकवां विधि से बुवाई की जाए)
फसल अवधि:
110–120 दिन में पकने वाली किस्म
उपज क्षमता:
सिंचित अवस्था में: 45–50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
असिंचित अवस्था में: 30–35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
खेती का क्षेत्र:
गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के गेहूँ उत्पादक क्षेत्र
काली और दोमट मिट्टी में उपयुक्त
प्रतिरोधक क्षमता:
पत्ती की झुलसा, कंडुआ, और गेरुई रोग के प्रति सहनशील
खड़ी फसल गिरने (lodging) की संभावना कम
मुख्य विशेषताएं:
मध्यम अवधि में पकने वाली किस्म
दाने मोटे, चमकदार और लाल भूरे रंग के
आटा गुणवत्ता अच्छी, रोटी बनाने के लिए उपयुक्त
अच्छी बाजार मांग और भरोसेमंद उपज
अन्य विवरण:
सूखा प्रतिरोधी क्षमता अच्छी, कम सिंचाई वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त
गुणवत्ता आधारित समर्थन मूल्य प्राप्त करने की संभावना
मशीन से कटाई के लिए उपयुक्त, मजबूत तना और संतुलित पौधा संरचना
प्राकृतिक विपत्तियों के प्रति सहनशीलता बेहतर है
दर्जनों किसानों द्वारा आजमाई और संतुष्टिपूर्ण किस्म