आलू का काला दिल (ब्लैक हार्ट ऑफ पोटेटो) को कैसे करें प्रबंधित?
आलू का काला दिल (ब्लैक हार्ट ऑफ पोटेटो) को कैसे करें प्रबंधित?

प्रोफेसर (डॉ)एस.के.सिंह 
सह मुख्य वैज्ञानिक (पौधा रोग) एवम्
सह निदेशक अनुसंधान
डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय
पूसा, समस्तीपुर - 848 125

आलू का काला हृदय रोग ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है। मूल रूप से, यह एक विकार है न कि कोई बीमारी। यह निम्न कारणों से हो सकता है जैसे, कंदों के प्रारंभिक विकास के दौरान पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण। खेत में जलभराव के कारण या लंबे समय तक खेत में सूखे के कारण। कोल्ड स्टोरेज में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण।

इस विकार का प्रमुख लक्षण
आलू के कंद का मध्य भाग काला पड़ जाता है। बड़े आकार के कंद इस विकार से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।कंद के ऊतक अंदर से मर जाते हैं। बाद में प्रभावित कंद सड़ जाते हैं लेकिन सड़ने के बाद उनमें से बदबू नहीं आती है।

इस विकार का कैसे करें प्रबंधन?
मिट्टी में उचित वातायन बनाए रखें। मिट्टी में उचित वातन बनाए रखने के लिए मिट्टी की भौतिक, रासायनिक और जैविक स्थिति में सुधार करना चाहिए। खेत में उचित समय पर सिंचाई करें। खेत में जलभराव से बचने के लिए जल निकासी की समुचित व्यवस्था करें। भण्डारण गृह (कोल्ड स्टोर) में वातायन की समुचित व्यवस्था करें।