UN में पीएम मोदी की स्पीच की 10 बड़ी बातें
UN में पीएम मोदी की स्पीच की 10 बड़ी बातें
Android-app-on-Google-Play

न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को युनाइटेड नेशन्स (यूएन) में सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर आयोजित बैठक को संबोधित किया। उन्होंने सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए यूएन में सुधार की वकालत भी की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने श्रीलंका, भूटान और मिस्र के राष्ट्र प्रमुखों से मुलाकात की।

 

1. दुनिया से गरीबी मिटाना हमारी टॉप मोस्ट प्रायोरिटी होनी चाहिए। दुनिया की 1.3 बिलियन आबादी गरीबी में जीने को मजबूर है। गरीबी उन्मूलन हमारा सबसे अहम मिशन है। पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को भी प्रॉपर एजुकेशन और लाइफ सेविंग स्किल डेवलप करने का उतना ही अधिकार है। उन्होंने कहा कि 'शांति और विकास' गरीबी उन्मूलन से जुड़ा हुआ है।

 

2. मोदी ने महिला सशक्तिकरण को भी डेवलपमेंट प्रोग्राम का एक अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि देश में अब ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ घर-घर का मंत्र बन चुका है।

 

3. उन्होंने कहा कि भारत सरकार गरीबी जैसी समस्या से निपटने के लिए गरीबों के लिए अपना घर और बैंक में उनके खाते खुलवाने का काम कर रही है।

 

4. फ्यूचर के लिए एजेंडा 2030 बेहद अहम है। फ्यूचर जेनरेशंस को प्रभावित करने वाली बातों को लेकर वर्ल्ड को कंसन्ट्रेटेड एफर्ट पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए।

 

5. उन्होंने कहा कि दुनिया 'पब्लिक सेक्टर' या 'प्राइवेट सेक्टर' की बात कर रही है। हम 'पर्सनल सेक्टर' के साथ आए हैं।

 

6. पीएम मोदी ने कहा, "मेरा मानना है कि टेक्नोलॉजी की सुविधा और इस दिशा में किए गए इनोवेशंस वर्ल्ड के डेवलपमेंट में अहम साबित होंगे।"

 

7. हमें एक ऐसे विश्व का निर्माण करना होगा, जहां हर कोई खुद को सुरक्षित महसूस करे। साथ ही उनकी रेस्पेक्ट हो और उन्हें अवसर मिले।

 

8. प्रधानमंत्री ने ग्लोबल एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि इससे फ्यूचर जेनरेशन को प्रकृति के संरक्षण के लिए तैयार किया जा सकता है।

 

9. उन्होंने कहा कि विश्व एक-दूसरे से जुड़ा हुआ और एक-दूसरे पर निर्भर है। हमारी अंतरराष्ट्रीय भागीदारी मानवता की प्रगति को ध्यान में रखते हुए केंद्रित होने की जरूरत है।

10. सस्टेनेबल डेवलपमेंट सभी देशों के लिए राष्ट्रीय उत्तरदायित्व का विषय है। क्लाइमेट चेंज की चुनौती से निपटने के लिए डेवलप्ड कंट्रीज से पीएम ने कहा कि उम्मीद है सभी इस समस्या से निपटने के लिए वित्तीय जिम्मेदारियों को निभाएंगे