पठानकोट (पंजाब) - मिशन तंदुरुस्त पंजाब के तहत जिले के किसानों को कीटनाशक दवाइयों से मुक्ति दिलाने के लिये कृषि विभाग ने एक अभियान शुरू किया है। लगातार तीन माह से चलने वाले इस अभियान के तहत जिला भर के गांवों-गांवों में जाकर विभाग की ओर से सेमिनार लगाकर किसानों को कीटनाशक न प्रयोग करने की अपील की जाएगी। इस अभियान की शुरुआत पहले गांव चौहाना से की गई। उपस्थित अधिकारियों ने किसानों को सुझाव दिया कि वह नदीननाशकों को खेतों से हटाने के लिये कम से कम दवाइयों का प्रयोग करें चूंकि ये दवाइयां मनुष्य के स्वास्थ्य के लिये बेहद हानिकारक होती जा रही है। उपस्थित कृषकों को समझाते हुए ब्लाक खेतीबाड़ी अफसर डाक्टर अमरीकसिंह ने कहा कि यदि उन्हें किसी हालत में गेहूं की फसल से नदीननाशकों की रोकथाम के लिये छिड़काव की जरूरत पड़ती है, तो हमेशा फ्लैट फैन अथवा फ्लड़ जैट नोजल का प्रयोग किया जाएँ। इसके साथ ही छिड़काव के दौरान कोई भी उतावला पन ना दिखाये।
डाक्टर अमरीक सिंह ने कहा की नदीननाशकों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिये छिड़काव साफ मौसम में तथा एक साथ ही किया जाना चाहिये। छिड़काव के दोरान नोजल को जमीन से करीब डेढ़ फुट ऊँची रखी जाये तथा नोजल को इधर-उधर घुमाने से गुरेज करना चाहिये। छिड़काव के उपरांत स्प्रेयरपम्प को पानी से अच्छी तरह से धोकर तथा कपड़े धोने वाले सोड़े का घोल तैयार कर अच्छी तरह से इसे धो लेना चाहिये। उन्होंने किसानों को कहा कि यदि गेहूं की फसल से नदीननाशकों को हटाने के लिये स्प्रै की जरूरत पड़े तो अकसर ही पीबी डब्ल्यू 550 तथा उन्नत पीबी डब्यलू 550 के उपर नहीं बरती जानी चाहियें। किसानों को सुझाव देते हुए ब्लाक अफसर ने कहा कि कताई भी किसी के कहने पर कीटनाशकों का प्रयोग न किया जाये। इस मौके पर खेतीबाड़ी विकास अफसर डाक्टर मनदीप कौर, खेतीबाड़ी उप निरीक्षक डाक्टर मनजीत कौर, ब्लाक टेक्नोलजी प्रबन्धक लव कुमार, सहायक तकनीकी प्रबन्धक रघुवीर सिंह अरमान, नवदीप कुमार इत्यादि उपस्थित थे।