बिहार में फूलों की खेती से फले-फूलेंगे किसान
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बिहार। बागवानी मिशन के अंतर्गत 24 प्रखंडों में 20 हेक्टेयर भूमि पर फूल की खेती करने की योजना बनायीं जा रही है। एक हेक्टेयर भूमि में फूल लगाने वाले किसानों को 20 हजार रुपये अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए जिला उद्यान कार्यालय मानपुर में किसानों के आवेदन जमा किये जा रहें है। यहां से उन्हें पूसा नारंगी गेंदा फूल के पौधे दिए जाएंगे।

 

 

ऐसे होती है फूलों की खेती

 

फूल की खेती बीज और कटिंग विधि से की जाती है। व्यावसायिक दृष्टिकोण से कटिंग का तरीका काफी लाभप्रद होता है। इसके लिए खेत को पांच से छह बार अच्छे से जोतना पड़ता है। भूमि समतल बनाने के बाद 50 से 60 सेंटीमीटर पर क्यारी बनाएं। उसके बाद 40 से 45 सेंटीमीटर पर फूल के पौधे लगाएं। सितंबर से दिसंबर तक पौधे लगा दें। एक माह में फूल खिलने लगते हैं। चार-पांच बार फूल तोड़े जाते हैं, जिससे किसानों को अच्छी आमदनी होती है।

 

बाजार में फूल की मांग बढ़ी

 

धार्मिक आयोजनों एवं अन्य कार्यक्रमो में फूल का उपयोग काफी होने लगा है। इसके कारण फूल की मांग काफी हद तक बढ़ गई। यहा फूल का उत्पादन काफी कम होता है। ऐसी स्थिति में कोलकाता से फूल मंगाना पड़ते है। दूसरी जगहों से फूल मंगाना नहीं पड़े, इसके लिए बागवानी मिशन योजना के तहत फूलों की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

 

कैसे मिलेगी अनुदान की राशि

 

किसानों को पहले निबंधन कराना होगा। निबंधन, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन की रसीद की छायाप्रति के साथ मानपुर स्थित जिला उद्यान कार्यलय में आवेदन जमा करना होगा। सत्यापन के बाद किसानों को अनुदान की राशि दी जाएगी।

 

 

प्रशिक्षित : उद्यान पदाधिकारी

 

जिला उद्यान पदाधिकारी ओम प्रकाश मिश्रा का कहना है कि फूलों की खेती में काफी आमदनी होगी। इसके लिए अनुदान दिया जाएगा। किसान फूल की खेती कैसे करेगें इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।