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Ashwagandha (अश्वगंधा)

Basic Info

अश्वगंधा जड़ी-बूटी या औषधि बहुत महत्वपूर्ण और प्राचीन है जिसकी जड़ों का इस्तेमाल भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली जैसे आर्युवेद और यूनानी में दवाओं के रूप में किया जाता रहा हैं। अश्वगंधा की पत्तियां हल्की हरी, अंडाकार सामान्य तौर पर 10 से 12 सेमी लम्बी होती हैं। सामान्यतौर पर इसके फूल छोटे, हरे और घंटे के आकार के होते हैं। आमतौर पर पका हुआ फल नारंगी और लाल रंग का होता है। अश्वगंधा खेती में खेती प्रबंधन और उपयुक्त बाजार मॉडल बनाकर अच्छी कमाई कर सकते है। अश्वगंधा की पौधे का जड़ और पत्ती के बीज का इस्तेमाल किया जाता है। अश्वगंधा फसल जैसे की आप जानते है, रबी फसल है, और भारत में मुख्य अश्वगंधा उगने वाले राज्य राज्यस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महांराष्ट्र और मध्य प्रदेश आदि हैं।

भारत में अश्वगंधा के स्थानीय नाम (Local Names of Ashwagandha): अश्गंध, असगंध, अजगंधा, नागौरी असगंध, रसभरी (हिंदी), अमुककारा, अमुकिरा, असुरगंडी (तमिल), अमुकुरम, त्रितवु, अयमोदकम् (मलयालम), धुप्पा (बंगाली), केरामदीनगद्दी, कनुजुकी, कनुकी, कनुकी टिल्ली (मराठी), असोद, घोड़ा अहान, घोड़ा औकान, असुन, असम, घोडसोदा (गुजराती), पेननेरु, वाजीगंधा (तेलुगु)।

Frequently Asked Questions

Q1: अश्वगंधा को उगने में कितना समय लगता है?

Ans:

पौधों को आमतौर पर एक मिट्टी में बीज से शुरू किया जाता है जो कम से कम 70 डिग्री एफ है। बीज को अंकुरित होने में लगभग 2 सप्ताह लगते हैं, और उसके बाद, अश्वगंधा पौधों को इष्टतम विकास के लिए 70 से 95 डिग्री के बीच तापमान की आवश्यकता होती है।

Q3: आप अश्वगंधा कैसे उगाते हैं?

Ans:

अश्वगंधा की खेती के लिए, बीज को 2 सेंटीमीटर गहरा और 10 सेंटीमीटर अलग रखें जब तापमान 70 F (20 C) के आसपास हो। दो सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाएंगे। स्थापित करते समय अच्छी तरह से रोपाई को पानी दें। बढ़ने के एक महीने के बाद कमजोर पौधों को बाहर निकालें, पौधों के बीच 50 - 60 सेमी के आसपास की जगह छोड़ दें।

Q5: क्या अश्वगंधा की खेती लाभदायक है?

Ans:

एक हेक्टेयर अश्वगंधा की फसल की खेती में  5,600/- रुपये खर्च हो सकते हैं और प्रति 1 एकड़  30,000/- रुपये का रिटर्न मिलता है। हालांकि, यह बाजार में एक निश्चित समय पर मांग और आपूर्ति पर निर्भर करता है।

Q2: भारत में अश्वगंधा कहाँ उगाया जाता है?

Ans:

यह उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सूखे भागों में बढ़ता है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश देश के प्रमुख अश्वगंधा उत्पादक राज्य हैं। अकेले मध्य प्रदेश में 5000 हेक्टेयर से अधिक में इसकी खेती की जाती है।

Q4: मुझे अश्वगंधा कब लगाना चाहिए?

Ans:

अश्वगंधा के बीज मानसून की शुरुआत से ठीक पहले बीज बोए जाने चाहिए और रेत का उपयोग करके पतले कवर करना चाहिए। आमतौर पर, बीज छह से सात दिनों में अंकुरित होते हैं। मुख्य क्षेत्र में लगभग 35 से 40-दिवसीय रोपाई का प्रत्यारोपण किया जा सकता है।

Q6: क्या अश्वगंधा किडनी के लिए अच्छा है?

Ans:

अश्वगंधा के फूलों में शक्तिशाली मूत्रवर्धक और कामोत्तेजक गुण होते हैं जिनका उपयोग प्रजनन क्षमता में सुधार और गुर्दे की पथरी जैसे गुर्दे की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।