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Radish (मूली)

Basic Info

मूली एक खाद्य जड़ों वाली सब्जी है,मूली का उपयोग प्रायः सलाद एवं पकी हुई सब्जी के रूप में किया जाता है इसमें तीखा स्वाद होता है। मूली विटामिन सी एवं खनिज तत्व का अच्छा स्त्रोत है। मूली लिवर एवं पीलिया मरीजों के लिए भी अनुशंसित है। भारत में मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार, पंजाब, असम, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में इसकी खेती की जाती है। इसके अलावा और भी कई राज्यों में मूली की खेती की जाती है।

Frequently Asked Questions

Q1: मूली की खेती के लिए कौन सी जलवायु अनुकूल होती है ?

Ans:

आप जानते है की मूली के लिए ठण्डी जलवायु उपयुक्त होती है लेकिन अधिक तापमान भी सह सकती है। मूली की सफल खेती के लिए 10-15 डिग्री सेल्सियस तापमान सर्वोत्तम माना गया है।

Q3: मूली का स्वाद कैसा होता है?

Ans:

आप जानते है मूली एक खाद्य जड़ वाली सब्जी है जिसका सरसों से गहरा संबंध है। यह क्रिमसन त्वचा और एक मिर्च स्वाद से घिरा एक प्रकार का कंद है।

Q5: मूली की उच्च बढ़वार के लिए किस प्रकार की मिट्टी उपयुक्त होती हैं?

Ans:

उच्च कार्बनिक पदार्थ वाली रेतीली दोमट मिट्टी मूली की खेती के लिए अत्यधिक अनुकूल है। सबसे अधिक उपज pH 5.5 से 6.8 की मिट्टी पर प्राप्त की जा सकती है।

Q2: मूली हमारे स्वाथ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक होती है?

Ans:

मूली विटामिन सी, फोलेट, और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी 2) का एक अच्छा स्रोत है। इनमें कैल्शियम, पोटेशियम (जो रक्तचाप को विनियमित करने में मदद करता है), और मैंगनीज (मस्तिष्क और तंत्रिका कार्य के विनियमन में शामिल) जैसे खनिज शामिल हैं।

Q4: मूली के बीज खाने से क्या फायदा होता है?

Ans:

आप जानते है मूली के बीजों को 1 से 6 ग्राम तक दिन में तीन से चार बार खाने से भी पथरी रोग में फायदा होता है। मूत्राशय से पथरी बाहर निकल जाती है।

Q6: भारत में मूली का उत्पादन सबसे अधिक किस राज्य में होता है?

Ans:

भारत में मूली का उत्पादन सबसे अधिक पश्चिम बंगाल में होता है, इसके बाद हरियाणा और पंजाब में अधिक उत्पादन होता है।