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Barley (जौ)

Basic Info

जौ (Barley) भारत की एक महत्वपूर्ण रबी फसल है, जो कि उत्तर भारत में मुख्य रुप से बोई जाती है, जिसे गेहूं की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग जैसे दाने, पशु आहार, चारा और अनेक औद्योगिक उपयोग (शराब, बेकरी, पेपर, फाइबर पेपर, फाइबर बोर्ड जैसे उत्पाद) बनाने के काम आता है। देश में जौ की खेती उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में प्रमुख रूप से की जाती है।

Frequently Asked Questions

Q1: किस मौसम में जौ उगाया जाता है?

Ans:

जौ (होर्डेम वल्गारे एल।) को आम तौर पर "जौ" कहा जाता है। यह गेहूं, मक्का और चावल के बाद काफी महत्वपूर्ण अनाज है। जौ की खेती समर सीजन में समशीतोष्ण क्षेत्र में की जाती है, जबकि इसे उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सर्दियों के मौसम में बोया जाता है। भारत में इसे रबी मौसम में लगाया जाता है।

Q3: क्या जौ भारत में उगाया जाता है?

Ans:

जौ मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा, बिहार, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर में उगाया जाता है।

Q5: क्या जौ एक सुपरफूड है?

Ans:

पारंपरिक जौ फाइबर, सेलेनियम, मैग्नीशियम, नियासिन और विटामिन बी 1 के अच्छे स्रोत के रूप में एक प्रभावशाली पोषक तत्व प्रदान करता है। जौ का दूध और जौ का पानी लंबे समय से कई तरह की बीमारियों के लिए पारंपरिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है।

Q2: गेहूं और जौ में क्या अंतर है?

Ans:

घास परिवार से संबंधित जौ और गेहूं दोनों महत्वपूर्ण घरेलू फसलें हैं। पके हुए माल और अन्य खाद्य पदार्थों में उपयोग से पहले गेहूं को आटे में जमीन में मिलाया जाता है, जबकि जौ ज्यादातर पूरे अनाज या नाशपाती के रूप में खाया जाता है। दोनों में लस होता है, जिससे वे सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए अनुपयुक्त हो जाते हैं।

Q4: किस मिट्टी में जौ उगाया जाता है?

Ans:

रेतीली दोमट की दोमट स्टैंड की मिट्टी से लेकर नमकीन नमकीन प्रतिक्रिया और मध्यम उर्वरता के लिए तटस्थ मिट्टी, जौ की खेती के लिए सबसे उपयुक्त प्रकार हैं, हालांकि, यह मिट्टी के विभिन्न प्रकारों पर उगाया जा सकता है, अर्थात; नमकीन, सोडिक और हल्की मिट्टी।

Q6: जौ उगाने के लिए सबसे अच्छा तापमान क्या है?

Ans:

जौ के अंकुरण के लिए आदर्श तापमान 12°-25°C है, लेकिन अंकुरण 4° और 37°C के बीच होगा। अंकुरण की गति संचित तापमान, या डिग्री-दिनों द्वारा संचालित होती है। डिग्री-दिन लगातार दिनों में औसत दैनिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान का योग है।