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Opium (अफीम)

Basic Info

भारत एकमात्र ऐसा देश है, जो गम अफीम का उत्पादन करने के लिए नारकोटिक ड्रग्स (1961) पर संयुक्त राष्ट्र एकल सम्मेलन द्वारा अधिकृत है। ग्यारह (11) अन्य देशों, अर्थात्, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, चीन, हंगरी, नीदरलैंड, पोलैंड, स्लोवेनिया, स्पेन तुर्की और चेक गणराज्य अफीम पोस्ता की खेती करते हैं, लेकिन वे गम नहीं निकालते हैं।

अफीम/पोस्त/खसखस का पौधा एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है इसके उत्पाद जैसे अफीम और कोडीन महत्वपूर्ण दवाएं है जिनका उपयोग दर्द काम करने और कृत्रिम निंद्रावस्था के लिए किया जाता हैं। अफीम के पौधे का उपयोगी हिस्सा डोड़े (फल) से निकलने वाला सफ़ेद दूधिया द्रव्य पदार्थ होता है।

Frequently Asked Questions

Q1: भारत में सबसे अधिक अफीम की खेती कहां की जाती है ?

Ans:

भारत में सबसे अधिक अफीम की खेती मध्य प्रदेश में की जाती है।

Q3: अफीम की बुवाई का उचित समय क्या है ?

Ans:

अफीम बुवाई का सबसे अच्छा समय अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में है।

Q5: अफीम किसे कहते है?

Ans:

अफ़ीम पोस्त के डंठलों से निकाला जाने वाला एक नशीला पदार्थ जो कड़ुवा और काले रंग का होता है, पोस्त के डंठलों से निकाला जाने वाला मादक पदार्थ।

Q2: मध्यप्रदेश में कौन से जिले में अफीम की खेती होती है?

Ans:

प्रदेश में अफीम उत्पादक क्षेत्र मंदसौर-नीमच में लगभग प्रदेश का 99 प्रतिशत अफीम उत्पादन होता है।

Q4: अफीम की खेती के लिए किस प्रकार की मिट्टी उपयुक्त होती है ?

Ans:

अफीम की खेती के लिए चिकनी दोमट मिट्टी, काली मिट्टी अधिक उपयुक्त मानी जाती है। तथा अच्छा जल निकास होना चाहिए। मिट्टी का पी.एच. मान 7 के आसपास होना चाहिए।