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Finger millet (फिंगर मिलेट) (रागी)

Basic Info

Finger Millet Crop Information : फिंगर मिलेट (एल्यूसिन कोरकाना) जिसे आमतौर पर रागी के रूप में जाना जाता है, भारत में विभिन्न कृषि-जलवायु परिस्थितियों के तहत अनाज और चारे के उद्देश्य से उगाई जाने वाली महत्वपूर्ण बाजरा फसलों में से एक है। फसल को कम निवेश की आवश्यकता होती है और यह प्रमुख कीटों और बीमारियों से कम प्रभावित होती है और 90-120 दिनों में पक जाती है। कम तनाव की स्थिति के बाद उच्च कायाकल्प क्षमता इस फसल को शुष्क भूमि की खेती के लिए आदर्श बनाती है। 

भारत में प्रमुख रागी उगाने वाले राज्य कर्नाटक, उत्तराखंड, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड और महाराष्ट्र हैं।

Finger millet (Eleusine coracana) commonly known as ragi is one of the important millet crops grown for grain and fodder purposes in India under various agro-climatic conditions. The crop requires low investment and is less affected by major pests and diseases and matures in 90-120 days. High rejuvenating ability after low stress condition makes this crop ideal for dry land cultivation.

The major ragi growing states in India are Karnataka, Uttarakhand, Tamil Nadu, Andhra Pradesh, Orissa, Jharkhand and Maharashtra.

रागी में लगभग 65-75% कार्बोहाइड्रेट, 8% प्रोटीन, 15-20% आहार फाइबर और 2.5-3.5% खनिज होते हैं। रागी के दाने अत्यधिक पोषक होते हैं और इसकी उच्चतम मात्रा में कैल्शियम (344mg /100g अनाज), लोहा, जस्ता, आहार फाइबर और आवश्यक अमीनो एसिड के लिए जाना जाता है। 

भारत में फिंगर मिलेट के स्थानीय नाम:- फिंगर मिलेट (अंग्रेजी), मंडुआ/फिंगर मिलेट (हिंदी), केलवरुगु/अरियाम (तमिल), कूवरुगु/फिंगर मिलेट (मलयालम), रगुलू (तेलुगु), फिंगर मिलेट (कन्नड़), मारुबा धन (असम), मारवा (बंगाली), नगली, बावाटो (गुजराती), नचनी (मराठी), मंडिया (उड़िया), मंडल (पंजाबी), फिंगर मिलेट (राजस्थानी)।

Frequently Asked Questions

Q1: फिंगर मिलेट को नाम से जाना जाता है?

Ans:

फिंगर मिलेट, जिसे रागी के नाम से भी जाना जाता है, भारत और अफ्रीका के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर उगाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण बाजरा है। इसका वैज्ञानिक नाम Eleusine coracana है। यह भारत में गेहूं, चावल, मक्का, ज्वार और बाजरा के बाद उत्पादन में छठे स्थान पर है।

Q3: अगर हम रोजाना रागी खाते हैं तो क्या होता है?

Ans:

रागी का नियमित सेवन आपके मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रागी में पॉलीफेनोल्स और डाइटरी फाइबर की मात्रा अधिक होती है। अन्य साबुत अनाज की तुलना में रागी में भारी मात्रा में फाइबर होता है। नियमित रूप से रागी का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर कम होता है और आपका शुगर लेवल स्थिर रहता है।

Q5: हमें रागी से कब बचना चाहिए?

Ans:

रागी किसे नहीं खानी चाहिए? रागी उन लोगों के लिए अनुशंसित नहीं है जिन्हें गुर्दे से संबंधित समस्याएं, कब्ज, दस्त और थायरॉयड हैं। यह उनके प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया कर सकता है।

Q7: रागी के विभिन्न नाम क्या हैं?

Ans:

भारत में रागी (कन्नड़, तेलुगु और हिंदी में), हिंदी में मंडुआ/मंगल, कोदरा (हिमाचल प्रदेश), मंडिया (उड़िया), तैदालू (तेलंगाना क्षेत्र में), तमिल में केझवारागु आदि जैसे विभिन्न नामों से रागी को आमतौर पर पुकारा जाता है।

Q9: रागी की फसल अवधि कितनी है?

Ans:

क्षेत्र और किस्म के आधार पर फसल लगभग 120 - 135 दिनों में पक जाती है। बालियों को साधारण दरांती से काटा जाता है और पुआल को जमीन के करीब से काटा जाता है। उपज: 20-25 क्विंटल/हेक्टेयर अनाज और 60-80 क्विंटल/हेक्टेयर चारा प्राप्त करना संभव है। रागी का भूसा पौष्टिक चारा बनाता है।

Q2: रागी को फिंगर बाजरा क्यों कहा जाता है?

Ans:

रागी का सामान्य अंग्रेजी नाम फिंगर बाजरा है, अनाज के सिर के रूप में पांच स्पाइक्स होते हैं और इस प्रकार, हाथ की हथेली से जुड़ी पांच अंगुलियों के समान होते हैं।

Q4: क्या रागी से गैस बनती है?

Ans:

डायरिया - जिन लोगों को खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशील प्रतिक्रिया होती है, उन्हें रागी का सेवन करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि यह कुछ व्यक्तियों में दस्त और पेट में गैस का कारण बन सकता है। इसलिए जिन लोगों को गैस की समस्या है उन्हें रागी के बार-बार सेवन से बचना चाहिए।

Q6: रागी कितने प्रकार के होते हैं?

Ans:

रागी के बारे में
भारत में, रागी की दो प्रजातियाँ हैं, अर्थात् जंगली प्रजातियाँ, एल्यूसिन इंडिका और खेती की जाने वाली प्रजातियाँ, एल्यूसिन कोरकाना।

Q8: रागी के लिए कौन सी मिट्टी सबसे अच्छी होती है?

Ans:

इसे विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, जिसमें समृद्ध दोमट से लेकर अच्छे कार्बनिक पदार्थ वाली खराब उथली ऊपरी भूमि शामिल है। अच्छी जल निकासी वाली काली मिट्टी को भी खेती के लिए माना जा सकता है क्योंकि यह फसल कुछ हद तक जल भराव के लिए टिकाऊ होती है। बाजरा 4.5-8 पीएच वाली मिट्टी में सबसे अच्छा बढ़ता है।

Q10: रागी के लिए कौन सा राज्य प्रसिद्ध है?

Ans:

भारत कर्नाटक में रागी का शीर्ष उत्पादक होता  है। कर्नाटक में, रागी उगाने वाले क्षेत्र दक्षिणी मैदान में केंद्रित हैं। तुमकुरु जिला रागी का प्रमुख उत्पादक है, इसके बाद रामनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, हासन, मांड्या, कोलार, चिकबल्लापुर, शिवमोग्गा, चिक्कमगलुरु, चामराजनगर और दावणगेरे जिले हैं।