kisan

Gram (चना)

Basic Info

चना एक प्रमुख दलहनी फसल है। चने को दालों का राजा कहा जाता है। पोषक मान की दृष्टि से चने के 100 ग्राम दाने में औसतन 11 ग्राम पानी, 21.1 ग्राम प्रोटीन, 4.5 ग्रा. वसा, 61.5 ग्रा. कार्बोहाइड्रेट, 149 मिग्रा. कैल्सियम, 7.2 मिग्रा. लोहा, 0.14 मिग्रा. राइबोफ्लेविन तथा 2.3 मिग्रा. नियासिन पाया जाता है। चने की पैदावार वाले मुख्य देश भारत, पाकिस्तान, इथियोपिया, बर्मा और तुर्की आदि हैं। इसकी पैदावार पूरे विश्व में से भारत में सबसे ज्यादा हैं और इसके बाद पाकिस्तान है।भारत में मध्य प्रदेश, राज्यस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और पंजाब आदि मुख्य चने उत्पादक राज्य हैं।

Frequently Asked Questions

Q1: छोले सबसे अच्छे कहाँ से उगते हैं?

Ans:

संयुक्त राज्य अमेरिका (15,000 एकड़) में ज़्यादातर छोले की तीली कैलिफोर्निया (8,000 एकड़) में है, लेकिन पूर्वी वाशिंगटन, इदाहो और मोंटाना के कुछ हिस्सों में अब इस फसल को सफलतापूर्वक उगाया जा रहा है।

Q3: किस प्रकार की मिट्टी में चना उगाया जाता है?

Ans:

हालांकि, सबसे अनुकूल मिट्टी गहरे पीएच या 6.0 से 8.0 तक के पीएच के साथ सिल्ट मिट्टी के दोम हैं। एक उच्च पानी की मेज के साथ खारा मिट्टी और खेत चना के लिए उपयुक्त नहीं हैं। खेत की तैयारी: मृदा में खराब वातन के लिए चीकू के पौधे अत्यधिक संवेदनशील होते हैं।

Q5: चना उत्पादन में सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला राज्य कौन सा है ?

Ans:

चना की प्रति हेक्टेयर उपज आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक है, इसके बाद बिहार और गुजरात का स्थान है।

Q2: छोले का भारतीय नाम क्या है?

Ans:

देसी चना में छोटे, गहरे रंग के बीज और एक मोटा कोट होता है। वे ज्यादातर भारत में और भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य हिस्सों में और साथ ही इथियोपिया, मैक्सिको और ईरान में उगाए जाते हैं। देसी का अर्थ है "देश" या "देशी" हिंदी-उर्दू में; इसके अन्य नामों में काला चना (हिंदी-उर्दू में "काला चिकपा") या छोला बूट शामिल हैं।

Q4: छोले को उगने में कितना समय लगता है?

Ans:

चना को परिपक्व होने के लिए 90-100 दिनों की आवश्यकता होती है। अंतिम औसत ठंढ की तारीख से लगभग 4 सप्ताह पहले उन्हें घर के अंदर शुरू करें। इष्टतम मिट्टी का तापमान: 10 ° C (50 ° F)। स्थितियों के आधार पर 14-21 दिनों में बीज अंकुरित होते हैं।

Q6: विश्व में सबसे अधिक चना उत्पादन किस देश में होता हैं ?

Ans:

चना का सबसे ज्यादा उत्पादन भारत में होता है। और दूसरा सर्वाधिक उत्पादक देश ऑस्ट्रेलिया हैं।