लेमनग्रास की खेती : एक बार लगाएं और बार बार कमाएं, कम लागत में अधिक मुनाफे वाली खेती
लेमनग्रास की खेती : एक बार लगाएं और बार बार कमाएं, कम लागत में अधिक मुनाफे वाली खेती
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Lemongrass Farming: पारंपरिक खेती के अलावा किसान अब खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। इससे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिल रही है। इन्हीं प्रयोगों में से एक है लेमनग्रास की खेती। यह खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है। लेमनग्रास की खूबी यह है कि इसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों में भी लगाया जा सकता है। लेमन ग्रास की खेती में न तो खाद की जरूरत होती है और न ही जंगली जानवरों के फसल खराब होने का डर रहता है, इसलिए यह फसल भी फायदे का सौदा साबित हो सकती है। यह मुख्य रूप से सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश की तलहटी की पहाड़ियों के अलावा पश्चिमी घाट (केरल, महाराष्ट्र), तमिलनाडु, यूपी, असम और कर्नाटक के साथ भारत में उगाया जाता है।

लेमनग्रास पतली और लंबी पत्तियों वाला एक बारहमासी पौधा है और यह भारत और अन्य क्षेत्रों के लिए स्वदेशी है। लेमनग्रास भारत में व्यावसायिक रूप से खेती की जाने वाली सुगंधित फसलों में से एक है।

लेमन ग्रास की खेती
लेमन ग्रास की खेती के लिए सबसे अच्छा समय फरवरी से जुलाई तक का होता है। सभी पौधों की तरह लेमनग्रास के पौधों को लगाने की भी एक विधि होती हैं। पौधों में पत्तियां ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए इसको एक-एक फीट के दूरी पर लगाया जाता है। एक बार बोने के बाद छह से सात बार इसकी कटाई की जा सकती है। साल में तीन से चार बार कटाई की जाती है। लेमन ग्रास लगाने के 3 से 5 महीने बाद इसकी पहली तुड़ाई की जाती है। अगर लेमन ग्रास को तोड़ने के बाद आपको नींबू की तेज महक आए तो समझ लें कि यह तैयार है। इसे जमीन से 5 से 8 इंच ऊपर काटना होता है।

लेमन ग्रास की खेती में खर्च और कमाई
लेमन ग्रास की खेती में 30,000 से 40,000 रुपए तक का खर्च आ सकता है। एक एकड़ में लगाए गए लेमनग्रास के पौधे से एक कटाई में तकरीबन पांच टन तक पत्तियां निकलती हैं। पांच टन की पत्तियों से 25 लीटर तक तेल निकाला जा सकता है। इसी तरह साल भर में छह कटाई से 100 से 150 लीटर तेल की प्राप्ति हो सकती है। लेमन ग्रास की पत्तियों से तेल निकाला जाता है। एक लीटर लेमन ग्रास ऑयल की कीमत 1,000 से 2,500 रुपए है। लेमन ग्रास को सुखाकर भी चायपत्ती बनाई जाती है। इस तरह लेमन ग्रास से एक साल में 1 लाख से 2 लाख रुपए तक की अच्छी आमदनी हो सकती है। 

लेमनग्रास तेल के उपयोग
आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनियों में लेमनग्रास ऑयल की काफी डिमांड है। इसके अलावा साबुन, परफ्यूम, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स आदि में इसका व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है। इसके अलावा हर्बल टी में भी इसका इस्तेमाल होता है। इसके चलते व्यापारी इसे खेत से ही खरीद लेते हैं।