बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को पहुंचा भारी नुकसान, किसान हुआ परेशान
बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को पहुंचा भारी नुकसान, किसान हुआ परेशान
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बेमौसम हुई बारिश ने सैकड़ों किसानों की फसल को तबाह कर दिया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में मौसम ने करवट ली है। सोमवार को राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुई बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई जिलों में बारिश और हवा चलने से मौसम में ठंडक आ गई है। कुछ जिलों में ओले भी गिरे हैं। जानकारी के अनुसार राजस्थान में कोटा, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर समेत कई शहरों में 1 इंच (25MM) तक बरसात हुई, जिससे इन जिलों में गेंहू, चना, सरसों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, मध्यप्रदेश में मंदसौर, रतलाम, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, भोपाल समेत कई जिलों में गेहूं-चने की फसलें बर्बाद हो गई हैं। मंदसौर जिले में कहीं-कहीं खेतों और हाइवे पर ओलों की चादर बिछी नजर आई। इससे फसलों को नुकसान होने की बात कही जा रही है।


बेमौसम बारिश से बड़े पैमाने पर रबी सीजन की फसलों को खतरा पैदा हो गया है और लहसुन, प्याज, अलसी, मसूर, गेहूं जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं, कई इलाकों में खेतों में खड़ी गेहूं, चना और अफीम की फसल आड़ी हो गई है। इसके साथ ही कटी हुई सरसों व मसूर की फसल में नमी आने से किसान परेशान हैं।


बारिश से किसानों की फसल को पहले ही भारी नुकसान हो चुका है। अब मावठे ने उन्हें और परेशान कर दिया है। वर्तमान में गेहूं, रायड़ा, धनिया, अलसी, मेथी आदि फसलें कटने के बाद खेतों में पड़ी हैं। बारिश इतनी तेज थी कि खेतों में मौजूद किसानों और मजदूरों को फसल काटने का काम छोड़कर वापस लौटना पड़ा। गेहूं की फसल आड़ी हो गई। इससे उपज प्रभावित होगी। किसानों ने सर्वे कराकर सरकार से मुआवजे की मांग की है।


आपको बता दे मौसम विभाग ने पहले ही भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत मध्य प्रदेश के 20 जिलों में बारिश की संभावना जताई थी। वहीं, गरज के साथ बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नौ मार्च तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। होली पर बारिश की संभावना है। इसके बाद मौसम में और बदलाव के आसार हैं।