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सागर जिला मध्यप्रदेश के उत्तर मध्य क्षेत्र में बसा हुआ है।

सागर में टमाटर का उत्पादन (Tomato Production) किसान बड़े पैमाने पर करते हैं। आसपास के इलाके में सागर के टमाटर की खास पहचान है। इसी के चलते केंद्र की मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई 'एक जिला एक उत्पाद' (One District One Product Scheme) योजना के तहत जिले में अब टमाटर से जुड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिट (Food Processing Unit) लगाने के लिए बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है।

बड़े पैमाने पर होती है टमाटर की खेती
जिले में किसान बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती (Tomato Farming) करते हैं. हालांकि यहां पर अभी भी टमाटर की देसी (Desi Tomato) किस्में ही लगाई जाती हैं। अपने स्वाद और रस के लिए जिले के देसी टमाटर का पूरे बुंदेलखंड और आसपास के इलाकों में काफी नाम है. देसी किस्म के टमाटर का खट्टापन काफी मशहूर है। जिले में 5000 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर टमाटर का प्रतिवर्ष उत्पादन किया जाता है। जिले के चनौआ, काछी पिपरिया जैसे कई गांव में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती की जाती है।

एक जिला एक उत्पाद में टमाटर को किया शामिल
आत्मनिर्भर भारत के तहत आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा हर जिले के एक उत्पाद को फूड प्रोसेसिंग के लिए चयनित किया है। इसके तहत सागर जिले में टमाटर का चयन किया गया है। टमाटर उत्पादक किसानों को टमाटर से जुड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिट (Tomato Food Processing Unit) लगाने के लिए सरकार अनुदान दे रही है। इसके तहत किसान खुद प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर टोमेटो सॉस, केचप, सूप, चटनी और पल्प की प्रोसेसिंग यूनिट लगा सकते हैं. इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ 35% या 10 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा।