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रामपुर ज़िला भारत के उत्तरप्रदेश राज्य का मुरादाबाद विभाग का एक जिला है।

रामपुर एक शहर है, और के नगर पालिका मुख्यालय है रामपुर जिला के भारतीय राज्य में उत्तर प्रदेश। यह पहले अपने विभिन्न उद्योगों, जैसे चीनी शोधन और कपास मिलिंग के लिए जाना जाता था। इसके पुस्तकालय में 12,000 से अधिक दुर्लभ पांडुलिपियां और मुगल लघु चित्रों का एक अच्छा संग्रह है। 

रामपुर में काफी हद तक कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है। इसके पास बहुत उपजाऊ भूमि है, लेकिन उद्योग बहुत कम है, और वस्तुतः कोई खनिज निष्कर्षण नहीं है। रामपुर के मुख्य उद्योग शराब बनाना, चीनी प्रसंस्करण, कपड़ा बुनाई और कृषि उपकरणों का निर्माण है। रामपुर में अब भी बंद पड़ी चीनी मिल; राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बीच 1999 में इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन राज्य सरकार की मंजूरी के बाद मिल को फिर से शुरू करने का काम शुरू हो गया है। शहर की प्रमुख नकदी फसल मेंथा है, और मेन्थॉल तेल निर्माण भी वहां फलता-फूलता है।

देश सरकार ने मैंथा को भी एक जिला एक उत्पाद में शामिल कर लिया है। इससे मैंथा उद्यमी गदगद हैं। उन्हेंं उम्मीद है कि अब उन्हेंं कारोबार को बढ़ाने के लिए और बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

मैंथा निर्यात में रामपुर देश में नंबर वन है। पूरे देश से हर साल करीब छह हजार करोड़ का मैंथा निर्यात होता है। इसमें 1750 करोड़ अकेले रामपुर से निर्यात होता है। रामपुर में हजारों किसान और मजदूर इस उद्योग से जुड़े हैं। किसान खेत में मैंथा की फसल उगाते हैं और खेत में ही टंकी लगाकर मैंथा तेल निकालते हैं। इसके बाद किसान उद्यमियों को तेल बेचते हैं। रामपुर में मैंथा तेल से मैंथाल तैयार करने के 14 प्लांट लगे हैं। पांच प्लांट ऐसे हैं, जो निर्यात कर रहे हैं। यूपी मैंथा एक्सपोट्र्स एसोसियेशन के अध्यक्ष विष्णु ने बताया कि रामपुर से अमेरिका, इटली, स्पेन, जर्मनी, ब्राजील आदि देशों को क्रिस्टल और मैंथॉल का निर्यात होता है। मैंथा उत्पादों का प्रयोग दवा बनाने में किया जाता है। साबुन और सैनिटाइजर में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

पुदीना मेंथा वंश से संबंधित एक बारहमासी, खुशबूदार जड़ी है। इसकी विभिन्न प्रजातियां यूरोप, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया मे पाइ जाती हैं, साथ ही इसकी कई संकर किस्में भी उपलब्ध हैं।

ऐसा विश्वास किया जाता है कि मेंथा का उद्भव भूमध्यसागरीय बेसिन में हुआ तथा वहॉ से ये प्राकृतिक तथा अन्य तरीकों से संसार के अन्य हिस्सों में फैला, जापानी पोदीना, ब्राजील, पैरागुए, चीन, अर्जेन्टिना, जापान, थाईलैंड, अंगोला, तथा भारतवर्ष में उगाया जा रहा है। भारतवर्ष में मुख्यत: तराई के क्षेत्रों (नैनीताल, बदायूँ, बिलासपुर, रामपुर, मुरादाबाद तथा बरेली) तथा गंगा यमुना दोआन (बाराबंकी, तथा लखनऊ तथा पंजाब के कुछ क्षेत्रों (लुधियाना तथा जलंधर) में उत्तरी-पश्चिमी भारत के क्षेत्रों में इसकी खेती की जा रही है।

उपयोग 
मेन्थोल का उपयोग बड़ी मात्रा में दवाईयों, सौंदर्य प्रसाधनों, कालफेक्शनरी, पेय पदार्थो, सिगरेट, पान मसाला आदि में खुशबू हेतु किया जाता है।
इसके अलावा इसका तेल यूकेलिप्टस के तेल के साथ कई रोगों में काम आता है। ये कभी-कभी गैस दूर करने के लिए, दर्द निवारण हेतु, तथा गठिया आदि में भी उपयोग किया जाता है।