लेपा राडा जिला, बसर में मुख्यालय के साथ, पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश राज्य के 25 जिलों में से एक है। लेपा राडा 29-बसार विधानसभा क्षेत्र और 1-पश्चिम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। जिला केंद्र में स्थित है, इसलिए नाम लेपा राडा (लेपा का अर्थ केंद्र और राडा का अर्थ तीरंदाजी में बैल-आंख है)। बसर, तिरबीन, दारी और सागो जिले के 4 प्रशासनिक मंडल हैं। यह पश्चिम सियांग जिले से असम सीमा के साथ अपने दक्षिणी क्षेत्रों को एक नए जिले में विभाजित करके बनाया गया था।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के इकाईयों को एकत्र कर उन्हें आर्थिक और विपणन की दृष्टि से मजबूत किया जाएगा। 

अचार (Pickle) को किया गया चयनित
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले को खाद्य सामग्री में अचार (Pickle) के लिए चयनित किया गया है। जिसकी यूनिट लगाने पर मार्केटिग, पैकेजिग, फाइनेंशियल मदद, ब्रांडिग की मदद इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलेगी।

अरुणाचल प्रदेश की कला और संस्कृति में खाने में अरुणाचल में विविधता देखने को मिलती है | अरुणांचल प्रदेश राज्य में प्रत्येक जनजाति का खानपान अलग-अलग है, अरुणाचल अलग अलग सबसे स्वादिष्ट व्यंजन के लिए भी प्रसीद हैं। इसमसालों का प्रयोग अरुणाचल में बहुत कम होता है, अरुणचल का मनपसंद भोजन पत्तों में लिपटे उबले हुए चावल (भात) नाश्ते के रूप प्रसिद्ध है |
अरुणाचल के पूर्वी हिस्से में लोग बांस और अन्य पत्तेदार सब्जियों पर ज्यादा निर्भर होते हैं जिन्हें अच्छी तरीके से उबाला जाता है।

यहाँ तला हुआ भोजन अधिक लोकप्रिय नहीं है क्योंकि यहाँ पर लोग उबला हुआ या स्मोक्ड भोजन खाना पसंद करते हैं। आप तवांग शहर की ओर के स्थानों पर आप देखेंगे कि डेयरी उत्पाद उपयोग अधिक होता हैं यहाँ की मोनपा जनजाति द्वारा थुपका नूडल सूप खाया जाता है। .

1 चावल – अरुणाचल प्रदेश के भोजन में चावल एक प्रमुख भोजन है,जो सभी जनजातियों द्वारा खाया जाता है |

2. बाँस की गोली – स्वादिष्ट बांस के अंकुर उबले हुए सब्जियों, पका हुआ मांस, अचार और चटनी के व्यंजनों में इसका उपयोग किए जाता हैं।

3. पिका पिला – पिका पिला एक अचार का एक प्रसिद्ध प्रकार होता है जो अधिकतर अरुणाचल प्रदेश की अपातानी जनजाति द्वारा खाया जाता है।

4. लुटर – लुटर किंग मिर्च या भुट जोलोकिया से पका हुआ सूखा मांस और मिर्च के गुच्छे का एक मिश्रण होता है।

5. पीक – पीक एक प्रकार की मसालेदार चटनी है जो कि किण्वित सोयाबीन और मिर्च के मिश्रण से बनाई जाती है।

. 6. अपोंग – यह चावल बियर का नाम है और अरुणाचल के सबसे महत्वपूर्ण पारंपरिक पेय में से है |

7. मरुआ- अपोंग की तरह ही, मरुआ भी घर में बनायीं जाने वाली शराब है जो अरुणाचल प्रदेश के व्यंजनों में बहुत फेमस है।

8. चुरा सब्जी- यह एक प्रकार की करी किण्वित पनीर है जो याक के दूध या गाय के दूध से बनाया जाता है |

9. मोमो – मोमोज़ को आप सब जानते ही होंगे यह भी अरुणाचल का प्रसिद्ध फ़ूड है यह आपको सड़क पर या रेस्टोरंट में मिल जायेगा |

10. मांस -मांस अरुणाचल प्रदेश का प्रमुख व्यंजन है। जो अरुणाचल में सभी जनजाति वर्ग द्वारा खाया जाता है |अरुणाचल के लोग अपने मांस को तल कर खाना पसंद नहीं करते हैं, यह या तो उबला या स्मोक्ड करके खाया जाता है |

पिका पिला एक प्रसिद्ध प्रकार का अचार है जो ज़्यादातर अरुणाचल प्रदेश की अपातानी जनजाति द्वारा बनाया जाता है। यह सूअर की चर्बी और बांस की पत्तियों पर राजा मिर्च के छींटा से तैयार किया जाता है।