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कोल्हापुर (Kolhapur) भारत के महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। भूतपूर्व समय में यह भोंसले छत्रपति द्वारा शासित कोल्हापुर रियासत की राजधानी थी।

भारत के महाराष्ट्र राज्य में भी किसान बड़े पैमाने पर गन्ना की खेती करते हैं तथा इस राज्य के कोल्हापुर में गुड़ का उत्पादन काफी होता है। यह गुड़ उत्पादन का एक बड़ा केंद्र हैं।
कोल्हापुरी गुड़ की गुणवत्ता काफी अच्छी है और इसका स्वाद भी अपने आप में लाजवाब होता है। यही कारण है कि कोल्हापुरी गुड़ न सिर्फ भारत के अन्य हिस्सों में बल्कि यह यूरोप, मध्य-पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में भी निर्यात किया जाता है।
कोल्हापुरी गुड़ को अनेक प्रकार से बनाया जाता है।
कोल्हापुरी गुड़ की विशेषताओं को देखते हुए हाल ही में इसे जीआई टैग (GI tag) दिया गया है।

यहाँ के उद्योगों में वस्त्र निर्माण, इंजीनियरिंग उत्पाद उद्योग और चीनी प्रसंस्करण शामिल है। पश्चिमी घाटी और वर्णा नदी के किनारे गन्ना उत्पादन के कारण चीनी मिलों की संख्या बढ़ी है। यहाँ दुग्ध उत्पादन और प्रसंस्करण व मुर्गीपालन महत्त्वपूर्ण सहायक आर्थिक गतिविधियाँ हैं। कोल्हापुर के दक्षिण में गोकुल शिरगांव नामक नया शहरी क्षेत्र है। जो दुग्ध उत्पादन और औषधि निर्माण इकाइयों के लिए ख़ास तौर पर प्रसिद्ध है। इस प्रमुख गन्ना उत्पादन क्षेत्र में चीनी मिलें आम है। ज़िले के अन्य स्थानों को उनकी कुछ विशिष्टताओं के लिए जाना जाता है। इचलकरंजी को हथकरघा और विद्युतचालित करघे के लिए हुपारी को चांदी के आभूषणों और कापशी को चमड़े के सामान के लिए जाना जाता है।

कोल्हापुर जिले और उसके आसपास उपजाऊ कृषि भूमि होने के कारण कृषि कोल्हापुर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। चावल और गन्ना इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें हैं। महाराष्ट्र भारत में गुड़ का सबसे बड़ा उत्पादक है। कोल्हापुर जिला लंबे समय से गन्ना और गुड़ का उत्पादन कर रहा है। भारत के अन्य हिस्सों में किसान की ओर से दलालों द्वारा गुड़ बेचा जाता है। कोल्हापुर का गुड़ एशिया, अफ्रीका और दुनिया भर के अन्य महाद्वीपों के देशों में भी निर्यात किया जाता है। कोल्हापुर जिले में कई चीनी रिफाइनरी भी हैं और सामूहिक रूप से वे 5000000 मीट्रिक टन से अधिक गन्ने का प्रसंस्करण करते हैं। कोल्हापुर के गन्ना किसान ही अर्थव्यवस्था में लगभग 13 अरब लाते हैं। इस क्षेत्र से चीनी पूरे भारत और विदेशों में निर्यात की जाती है। 

गन्ना (Sugarcane ; वानस्पतिक नाम - Saccharum officinarum) विश्व की एक प्रमुख नकदी फसल है, जिससे चीनी, गुड़,आदि का निर्माण होता हैं। गन्ने का उत्पादन सबसे ज्यादा ब्राज़ील में होता है और भारत का गन्ने की उत्पादकता में संपूर्ण विश्व में दूसरा स्थान हैI गन्ने की खेती बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देती है और विदेशी मुद्रा प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Kolhapur जिले की प्रमुख फसलें