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कौशांबी भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है। 4 अप्रैल 1997 को इलाहाबाद से अलग होकर अलग जिला बना।मंझनपुर इसका मुख्यालय है। जैन व बौद्ध भूमि के रूप में प्रसिद्ध कौशांबी उत्तर प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। 

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के इकाईयों को एकत्र कर उन्हें आर्थिक और विपणन की दृष्टि से मजबूत किया जाएगा। 

अमरुद को किया गया चयनित
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले को खाद्य सामग्री में अमरुद के लिए चयनित किया गया है। जिसकी यूनिट लगाने पर मार्केटिग, पैकेजिग, फाइनेंशियल मदद, ब्रांडिग की मदद इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलेगी।

देश-दुनिया में अपनी खासियत के कारण 'गरीबों का सेब' अर्थात अमरूद सेहत के साथ ही किसानों के लिए प्रमुख आमदनी का जरिया भी है। कौशाम्बी की बागों में पैदा होने वाला सेब की तरह सुर्ख लाल रंग का अमरूद लोगों के बीच आकर्षण के साथ ही स्वाद के लिए भी अपनी ओर आकर्षित करता है। कौशांबी और प्रयागराज की मिट्टी में पैदा होने वाले लाल गूदा वाला सेब देश-दुनिया में प्रसिद्ध है। 

सबिया अमरुद के नाम से पहचाना जाने वाला यह अमरुद कौशाम्बी के कई इलाके में एक ख़ास वातावरण के कारण पैदा होता है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, इन अमरूदों का रंग और अधिक सुर्ख हो जाता है। गंगा-यमुना व अदृश्य सरस्वती नदियों की माटी में मिलने वाले ख़ास पोषक तत्व अमरूद के रंग और चमक के लिए जिम्मेदार होते हैं। कृषि वैज्ञानिक बताते है कि इस क्षेत्र की बलुई दोमट मिट्टी में जल धारा निकासी की क्षमता अच्छी होती है, इस कारण अमरूद के पेड़ों को भरपूर पोषक तत्व मिल पाते हैं। मोन्ट-मोटिलाइट तत्व के कारण अमरूद का रंग सुर्ख लाल हो जाता है।

कौशाम्बी का सेबिया अमरूद खास तौर पर जिले के नेवादा, कड़ा, सिराथू, मूरतगंज और मंझनपुर ब्लाक के इलाको में सेबिया अमरुद की पैदावार अधिक है। इन ब्लाकों में भी सबसे अधिक पैदावार नेवादा ब्लाक के गांवों में होता है।

अमरुद में एंटी आक्सीडेंट से भरपूर विटामिन सी, हाई कोलेस्ट्रोल से लड़ने वाला फाइबर, संक्रमण से लड़ने वाला विटामिन ए और सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करने वाले लाइकोपीन जैसे फायदेमंद तत्व होते हैं। अमरुद प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से सामान्य मौसमी संक्रमण दूर करने में मदद मिल सकती है।

Kaushambi जिले की प्रमुख फसलें