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झालावाड़ (Jhalawar) भारत राष्ट्र के राजस्थान राज्य के झालावाड़ ज़िले में स्थित एक एतिहासिक नगरी है। झालावाड़ राजस्थान राज्य के दक्षिण-पूर्व में हाडौती क्षेत्र का हिस्सा है। झालावाड के अलावा कोटा, बारां एवं बूंदी हाडौती क्षेत्र में आते हैं। राजस्थान के झालावाड़ ने पर्यटन की दृष्टि से अपनी एक अलग पहचान बनाई है। राजस्थान की कला और संस्कृति को संजोए यह शहर अपने खूबसूरत सरोवरों, किला और मंदिरों के लिए जाना जाता है। झालावाड़ की नदियां और सरोवर इस क्षेत्र की दृश्यावली को भव्यता प्रदान करते हैं।

झालावाड़ का संतरा देश के कोने-कोने व विदेशों में भी काफी पसंद किया जाता है। भारत में नागपुर के बाद झालावाड़ जिले का संतरा सबसे अधिक लोकप्रिय है। संतरे की पैदावार ने जहां देश में क्षेत्र का नाम किया। वहीं किसानों को भी आर्थिक संबल प्रदान किया।

झालावाड़ जिले में पिड़ावा क्षेत्र के सरोनिया गांव व उसके आस पास के किसान काफी समय पहले से ही संतरा उत्पादन कर रहे है। संतरे की क्वालिटी इतनी बढ़िया है कि किसानों को इसे बेचने के लिए मंडियों के चक्कर भी नही लगाने पड़ते है। यहां का संतरा खरीदने के लिए खुद ही व्यापारी जिले में आ जाते हैं।

भवानीमंडी (Bhawani Mandi) भारत के राजस्थान राज्य के झालावाड़ ज़िले में स्थित एक नगर है। भवानी मंडी, दिल्ली मुंबई रेलमार्ग पर स्तिथि एक प्रमुख व्यापारिक नगर है, जिसकी स्थापना झालावाड़ के राजा भवानी सिंह जी द्वारा करवाई गई, पूर्व में ये नगर तिजारत मंडी के नाम से जाना जाता था, परन्तु कालांतर में इसका नाम बदल कर भवानी मंडी किया गया। ये नगर भारत में संतरे कि प्रमुख मंडियों में दूसरे स्थान पर आता है। यहां कृषि उपज मंडी भी है जहां आसपास के क्षेत्र के किसान अपनी उपज बेचने आते हैं।