कपास लेकर आई किसानो के चहरे पर रौनक, छह हजार का आंकड़ा छूने की उम्मीद
कपास लेकर आई किसानो के चहरे पर रौनक, छह हजार का आंकड़ा छूने की उम्मीद
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इन दिनों कपास मंडी में सफेद सोने की जबरदस्त आवक हो रही है

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन की मांग बढऩे से कपास के भावों में जबर्दस्त तेजी आई है। इससे सप्ताहभर में कपास के दाम लगभग 300 से 400  रुपए क्विंटल तक बढ़ गए हैं। कपास की कीमत में वृद्धि होने के कारण किसानों के चेहरों पर रौनक फिर से लौट आई है। जानकारी मुताबिक कपास के मूल्य में 5 हज़ार रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि हुर्इ है, जिस कारण के किसान काफी खुश दिखाई दे रहे हैं।


हरियाणा में गुरुवार को मिले 5152 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बढ़कर शुक्रवार को भाव 5300 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंचे। निरंतर बढ़ रहे भाव से किसानों को छह हजार का आंकड़ा छूने की उम्मीद हो गई है। तीन दिनों में भाव 291 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़े। टॉप क्वालिटी की कपास का भाव 5300 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा।

उत्तरी भारत कपास एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन अशोक कपूर के मुताबिक इंडियन काटन प्रोडक्शन ने 4 करोड़ कपास के बंडल का अंदाज़ा लगाया था लेकिन भारत में 3.5 करोड़ बंडल ही तैयार किए जा सके। उन्होंने कहा कि कि कपास के भाव में और उछाल आ सकता है।

कपास के मूल्य में वृद्धि का कारण महाराष्ट्र, गुजरात और आंध्रा प्रदेश में कपास की फ़सल का ख़राब हो जाना है। सबसे अधिक नुक्सान गुजरात के किसानों का हुआ जहां मक्खी की मार और बाढ़ की वजह से किसानों की तरफ से बीजी कपास की फ़सल पूरी तरह बर्बाद हो गई। जिस कारण कपास 5 हज़ार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से ख़रीदी जा रही है।